रांची:
अपने तीखे और चुटीले वक्तव्य के जरिये सामाजिक विपरीतताओं और राजनीतिक दुरंगेपन पर वाण फेकने वाले तिलकधारी रांची में थे। बहुत कम लोग जानते हैं कि उनका असली नाम पंकज श्रीवास्तव है। राजनीतिक व्यंग्य पर केंद्रित उनके वीडियो सोशल साइटों पर जमकर वायरल होते हैं। लाखों उनके व्यूज़ होते हैं। रांची में उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर समाज-देश को बांटने वालों के खिलाफ उनका विरोध जारी रहेगा। वह झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी (JMCC ) की स्वागत बैठक में बोल रहे थे। हिंदपीढ़ी के अमन यूथ कम्युनिटी हॉल में JMCC के कार्यवाहक अध्यक्ष सह पूर्व वार्ड पार्षद मोहम्मद असलम ने बुके देकर उनका इस्तक़बाल किया।
मौके पर तिलकधारी ने कहा कि वह सिर्फ धर्म की राजनीति करने वालों के ही आलोचक नहीं हैं बल्कि उन सभी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों के भी घोर विरोधी हैं, जो सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। उन्होंने रांची के मंजर इमाम और दानिश का मामला भी उठाया। कहा कि बेकसूर दोनों को 13 साल तक आतंकी मामलों में जेल में कैद रखा गया। अब न्यायालय ने साक्ष्य के अभाव में उनको बरी कर दिया है। उन्होंने मीडिया की भी ओलाचना की, जो अपने ट्रोल में ऐसे युवाओं को बिना अदालती निर्णय के आतंकी घोषित कर देते हैं। जब वही युवा कोर्ट से बेकसूर साबित कर दिये जाते हैं तो एक शब्द सहानुभूति के भी नहीं बोलते।
मौके पर पूर्व वार्ड पार्षद मोहम्मद असलम ने कहा कि आज देश को नफरत नहीं प्यार और आपसी भाईचारे की जरूरत है। बैठक में अफरोज आलम, नदीम इक़बाल, दीपू गाड़ी, आरजू आलम, आसिफ खान, अशरफ अली, अफरोज खान, मोहम्मद लड्डन मोहम्मद एहसान, मुस्तफ़ा अंसारी, अब्दुल बारी, मोहम्मद अकबर, विलियम टोप्पो और अफजल खान आदि मौजूद थे।