जमशेदपुर:
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने एमजीएम अस्पताल में जांच व्यवस्था ठप्प होने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र की स्थिति से स्पष्ट है कि गांव-गांव की स्थिति क्या होगी। उन्होंने कहा कि एमजीएम में पिछले एक महीने से जांच नहीं होना चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने कहा कि निशुल्क जांच बंद होने से गरीब गुरबा को पैसे देकर जांच करवाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बड़े-बड़े भाषण देने के बजाए जनता के लिए जमीन पर उतरकर काम करे। बडीञ-बडी बात की बजाए छोटे-छोटे कार्य शुरू करे। पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य की स्थिति बद से बदतर हो गया है। जनता त्राहिमाम है। गांव- गांव में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ में डूब गई है। यही कारण है कि जमीन पर काम नहीं हो रहा है।
वर्मा ने कहा कि हेमन्त सरकार की स्थिति यह है कि कोरोना काल में केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त दवाओं को बांटा भी नहीं जा सका। कोरोना टेस्ट हेतु जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन की खरीद भी नहीं हो सका। कोरोना जांच लोगों को ज्यादा पैसे देकर करवाना पड़ा। कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर हो गया। बेड की बोली लग रही थी। लोग ऑक्सीजन के लिए त्राहिमाम कर रहे थें। इस सरकार को जमीन पर उतरकर काम करने की आवश्यकता है।