लोक आस्था के महापर्व छठ का आज यानी 8 नवंबर को दूसरे दिन के अर्घ्य के साथ समापन हो गया।
लोक आस्था का 4 दिवसीय महापर्व चैती छठ का आज तीसरा दिन है। आज शाम को छठ व्रती डूबते हुऐ सूर्य की पूजा करेंगे और अर्घ्य देंगे, जबकि कल यानी सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चैती छठ का समापन होगा। छठ पूजा को लेकर पटना नगर निगम ने श्रद्धालुओं के लि
छठ शब्द षष्ठी का अपभ्रंश है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की पष्ठी को मनाए जाने के कारण इसे छठ पर्व कहा गया। कुछ दंतकथाओं में सूर्यदेव और छठी मैया का संबंध भाई-बहन का है। बिहार में प्रचलित कथाओं में सूर्य और छठी मैया का संबंध मां-बेटे का है। सूर्य को शंकर और पार्वत
कोरोना के बीच बिना किसा दिशा निर्देश के ही छठ महापर्व के आयोजन की तैयारी शुरू हो गई है
छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए इंडियन रेलवे ने यात्रियों के लिए कुछ विशेष ट्रेन चलाने का फैसला किया है