झारखंड भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है
बीजेपी विधायक दल के नेता और नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष शुक्रवार की शाम रांची लौट आये. अध्यक्ष की घोषणा के साथ ही बाबूलाल मरांडी असम चले गए थे
विश्व की सबसे बड़ी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जो मुझे जिम्मेवारी सौंपी है, उसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। भाजपा के वरीय नेताओं ने मुझे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नई जिम्मेदारी दी है
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी खिलाफ रांची पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। गौरतलब है कि अरगोड़ा थाने में 7 अगस्त 2021 को श्रम अधीक्षक अविनाश कृष्ण ने एफआईआर दर्ज करायी थी।
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने फिर हेमंत सरकार पर हमला बोला है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल सोशल मीडिय पर सक्रिय रहते हैं। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को महाभ्रष्ट तक बता दिया है।
बाबूलाल मरांडी के एक बयान ने सत्ता से लेकर अफसर लॉबी में बुधवार को चर्चा का विषय बन गया। सब अपने-अपने अनुसार अनुमान लगाने लगे। दरअसल बाबूलाल ने ट्वीट कर कहा है कि झारखंड के कुछ जिलों के जिलाधिकारी (DC) अपने को जिले का "राजा" समझ रहे हैं।
गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने अपनी सुरक्षा को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है। सोमवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी आप मेरी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ पिछले एक साल से कर रहे हैं। अगर मुझे कुछ होता ह
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का 5 और 6 अप्रैल को संथाल परगना का संभवत दौरा होना था। कई वेबसाइट में छपी खबरों के मुताबिक वह 5 अप्रैल को जामताड़ा और 6 अप्रैल को जाने वाले थे।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर 2014 विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में दुमका में एमपी-एमएलए के विशेष अदालत ने बाबूलाल सहित 7 लोगों को बरी कर दिया है।
बता दें कि पिछली सुनवाई में विधानसभा की ओर से पेश वकील संजय हेगड़े ने बाबूलाल मरांडी की याचिका की मेंटिबिलिटी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ये सुनवाई योग्य नहीं है। वहीं बाबूलाल मरांडी के अधिवक्ता ने विधानसभा में जारी सुनवाई की मेंटिबिलिटी पर सवाल उठाया था।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि इसी 14 सितंबर को हेमंत सोरेन जी ने 1932 आधारित एक प्रस्ताव पारित कर दिया, जबकि खुद पिछले मार्च महीने में उन्होंने सदन में स्वीकार किया था कि अगर वो 1932 का प्रस्ताव लाते हैं तो कोर्ट इसे निरस्त करेगा और वह किसी
बाबूलाल मरांडी ने सोरेन परिवार पर बेनामी संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन सहित परिवार के दूसरे सदस्यों ने राज्य गठन के बाद बीते 12 वर्षों में 108 परिसंपत्तियां खड़ी