द फॉलोअप डेस्क
क्रिकेट जगत में आज के दिन यानी 2 जून को सन्यास का दिन के तौर पर याद किया जाएगा। आज सुबह वनडे इंटरनेशनल फॉर्मेट से ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने सन्यास लेने का ऐलान किया था। इसके कुछ ही घंटों बाद क्रिकेट को साउथ अफ्रीकी विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन ने अलविदा कह दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने सन्यास की घोषणा की। इंस्टाग्राम पर उन्होंने पत्नी और बेटी के साथ के तस्वीर शेयर की और एक भावुक संदेश के माध्यम से संन्यास लेने की जानकारी दी।
मेरे लिए दिन है दुखद: क्लासेन
हेनरिक क्लासेन ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, "मैं घोषणा करता हूं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से मैंने दूर रहने का फैसला किया है। मुझे मेरे और मेरे परिवार के भविष्य के लिए क्या सबसे अच्छा है यह तय करने मे बहुत समय लगा। मेरे लिए यह फैसला काफी मुश्किल था। लेकिन मैं अपने इस फैसले से पूरी तरह से संतुष्ट हूं।" उनके सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उनके साउथ अफ्रीका मेन्स क्रिकेट टीम के साथ उनके सात साल के शानदार करियर का अंत हो गया। बात दें कि रेड-बॉल क्रिकेट से 33 साल के हेनरिक क्लासेन ने साल 2024 मे ही सन्यास ले लिया था।
मेरी जिंदगी महान लोगों ने बदली: हेनरिक क्लासेन
हेनरिक क्लासेन ने अपने पोस्ट मे लिखा, "अपने देश का प्रतिनिधित्व करना पहले दिन से ही मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान था। मैंने बचपन से जिसका सपना देखा यह वह सब कुछ था और इसके लिए मैंने काम किया। मैंने काफी अच्छी रिशतें और दोस्ती बनाई। इन्हें मैं जीवन भर संजोकर रखूंगा। मुझे प्रोटियाज (साउथ अफ्रीका) के लिए खेलने से महान लोगों से मिलने का मौका मिला, जिन्होंने मेरी जिंदगी बदल दी। मैं उन सभी को जितना धन्यवाद कहूं, कम है।"
उन्होंने आगे लिखा, "मेरा सफर प्रोटियाज टीम का जर्सी पहनने को लेकर अन्य लोगों से अलग था। मुझ पर विश्वास बनाए रखने वाले कुछ ऐसे कोच थे जिनका मैं हमेशा आभारी रहूंगा। मेरे करियर का सबसे बड़ा सम्मान अपने सीने पर प्रोटियाज बैज के साथ खेलना था और यह हमेशा रहेगा। अपने परिवार के साथ मैं अधिक समय बिताने के लिए उत्सुक हूं और मेरा यह निर्णय मुझे ऐसा करने का अवसर देगा। हमेशा मैं एक बड़ा प्रोटियाज समर्थक रहूंगा। मैं मेरा और मेरे साथियों का समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा।
बात दें कि साल 2018 मे अपना वन-डे इंटरनेशनल और T20 इंटरनेशनल हेनरिक क्लासेन डेब्यू किया था। उनकी पहचान मौजूद समय के विस्फोटक व्हाइट-बॉल प्लेयर्स में से एक के रूप में होती है। उन्होंने कुल 60 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने करीब 44 के औसत से 2000 से अधिक रन बनाए हैं।