द फॉलोअप टीम, दुमका:
बेरोजगारी का दंश झेल रहे दुमका के युवक-युवतियों ने सराहनीय पहल की है। दुमका में खुटाबांध तालाब के पास आदिवासी समाज के युवक-युवतियों ने अल्बम शूट किया। अल्बम के बारे में जानकारी देते हुए पूनम सोरेन नाम की युवती ने बताया कि पढ़ाई के लिए पैसों की जरूरत है। घर में भी आर्थिक मदद करनी है। हम लोगों को अल्बम के जरिए ये सहायता मिल जाती है।
कहां से आता है अल्बम का पैसा
पूनम सोरेन ने बताया कि अल्बम बनाने में जो भी लागत आती है वो ऑडियंस द्वारा निकल जाता है। इससे पहले भी हमारी टीम कई अल्बम बना चुकी है। जोबा स्टूडियो के रवि मरांडी ने बताया कि ये संताली अल्बम है। इसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है। हम लोग पढ़-लिखकर नौकरी की आस में बैठे थे। तभी दिमाग में खयाल आया कि क्यों ना अपनी प्रतिभा को निखारा जाये।
कलाकार पूनम ने पते की बात की
पूनम कहती हैं कि वो कई ऐसे अल्बम पहले भी बना चुकी हैं। उनका कई अल्बम काफी हिट भी रहा है। पूनम कहती हैं कि हमें हमारी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच मिल रहा है। चाहती हूं कि लोग सपोर्ट करें। अपना प्यार दें ताकि हम बड़े मंच पर भी इस भाषा और संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर सकें। सरकार को भी छोटे शहरों की प्रतिभा के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए।
कलाकारों ने द फॉलोअप से क्या कुछ कहा!
जब द फॉलोअप संवाददाता खूंटा-तालाब पहुंचे तो वहां संताली एल्बम की शूटिंग जारी थी। सीमित संसाधनों में कलाकार और सहयोगी स्टाफ गाने की शूटिंग कर रहे थे। उनका कहना है कि हमने नौकरी की खूब तलाश की। जब लगा कि और इंतजार करने बेकार है तो हमने टीम बनाकर संताली अल्बम बनाने का सोचा। हमें लगता है कि हम सही दिशा में हैं।