द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड को जल्द ही एक अलग पहचान मिलने वाली है। केक के शौकिन लोगों को जल्द ही इमली से बने केक, कैंडी और चटनी का मजा लेने का मौका मिलेगा। झारखंड में बड़े पैमाने पर उपजनेवाली इमली से अब केक, कैंडी और चटनी तैयार करने की तैयारी चल रही है।
सखी मंडलों से जुड़ी महिलाओं को मिलेगा प्रोत्साहन
झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी सखी मंडलों से जुड़ी महिलाओं को इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है। जेएसएलपीएस की सीईओ नैन्सी सहाय ने महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के अंतर्गत काम कर रही दीदियों को आश्वस्त किया है कि उन्हें इसके लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जायेगी।
सीईओ ने किया केंद्रों का निरीक्षण
नैंसी सहाय ने रांची के नामकुम स्थित सामुदायिक कृषि इन्क्युबेशन केंद्र और खूंटी के कालामाटी स्थित ग्रामीण सेवा केंद्र में सखी मंडल की दीदियों से मुलाकात कर आजीविका बढ़ाने के लिए किये जा रहे कार्यों पर चर्चा की। दीदियों ने उनसे सरसों तेल प्रसंस्करण हेतु मशीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया। नैन्सी सहाय ने लेमन ग्रास, तुलसी, त्रिफला जैसे औषधीय पौधों की मांग को देखते हुए इनका उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कालामाटी स्थित ग्रामीण सेवा केंद्र का भी निरीक्षण किया। काला माटी इमली प्रसंस्करण इकाई का संचालन कालामाटी ग्रामीण सेवा केंद्र के 30 सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। इस पहल के अंतर्गत राज्य में करीब 12 हजार परिवार इमली संग्रहण एवं प्रसंस्करण कार्यों से जुड़े हैं।