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घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, यौन शोषण, डायन बिसाही के विरुद्ध चलाया जागरूकता अभियान

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द फॉलोअप टीम, रांची:

घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, यौन शोषण, डायन बिसाही जैसे अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। इससे सबसे अधिक  महिलाएं और बच्चियां प्रभावित होती हैं। इसे कैसे रोका जाए। ऐसी स्थिति होने पर क्या किया जाए। इसके लिए जन जागरूकता जरूरी है। और  181 महिला हेल्पलाइन की ओर से कांके प्रखण्ड के चूड़ी बस्ती, मुस्लिम टोला में जागरूकता अभियान चलाया गया। आंगनबाड़ी केंद्र-17 में प्रथम शिविर एवं कचहरी रोड, नगर निगम के समीप चतुर्थ वर्ग के महिला कर्मियों के साथ द्वितीय शिविर का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देश पर आयोजन हुआ था। बताया गया कि यदि किसी महिला के साथ दुर्भाग्यवश कोई समस्या होती है तो हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 181, 100, 112 एवं 1091 पर संपर्क करें तुरंत सहायता मिलेगी। यदि पीड़िता थाना के माध्यम से कार्रवाई नहीं चाहती हैं तो उस स्थिति में 181 महिला हेल्पलाइन द्वारा काउन्सलिंग कर समस्या का समाधान भी कराया जाता है। 

 

नामकुम प्रखण्ड के श्री डोरंडा बालिका उच्च विद्यालय, काली मंदिर रोड, डोरंडा, में तीसरे शिविर का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत उक्त विद्यालय की कक्षा 7वीं,8वीं एवं 9वीं,10 वीं की छात्राओं को दो समूहों में बांटकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत छात्राओं को यौन उत्पीड़न, ईव टिजिंग, स्टौकिंग एवं सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ रहे अपराध के प्रति जागरूक रहने हेतु सतर्क किया गया। किसी प्रकार की समस्या होने पर टोल फ्री नंबर 181 संपर्क कर त्वरित सहायता प्राप्त कर सकती हैं। जागरूकता कार्यक्रम के मध्य में छात्राओं द्वारा कल्याणकारी योजनाओं से भी संबन्धित सवाल पूछे गए। जिसके फलस्वरूप 181 महिला हेल्पलाइन के कर्मी द्वारा बालिकाओं के कल्याण हेतु मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना इत्यादि की जानकारी दी गई। जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देशय एक बालिका के माध्यम से, एक संपूर्ण परिवार को जागरूक करना है अर्थात कार्यक्रम में शामिल लगभग 100 बालिकाएँ एक साथ 100 परिवार को जागरूक कर सकती हैं।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को स्वास्थय, शिक्षा एवं सुरक्षित जीवन प्रदान करना। नगड़ी प्रखण्ड के राजकीयकृत + 2 उच्च विद्यालय, पिस्का नगड़ी, रांची में चौथे शिविर का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत उक्त विद्यालय की 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं की छात्राओं को दो समूहों में बांटकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हालांकि विद्यालय में करीब 785 बालिकाएँ नामांकित हैं, लेकिन कोविड के कारण रोस्टर आधारित कक्षाएं संचालित होने के कारण लगभग 350 छात्राएँ ही उपस्थित थी। बालिकाओं के साथ समाज में बढ़ रही हिंसा के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही छात्राओं को सुझाव भी दिया गया कि यदि कोई छात्रा हिंसा से प्रभावित हो रही हैं तो चुप रहकर बर्दाश्त नहीं करें बल्कि अपनी चुप्पी को तोड़ें और हो रही हिंसा के विरुद्ध अपनी आवाज़ उठाएँ। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में छात्राओं को जानकारी दी गई।

 

 

 

केंद्र सरकार द्वारा संचालित किशोरियों हेतु एक नयी कल्याणकारी योजना “किशोरी कार्ड” के संबंध में भी जानकारी दी गई, जिसका उद्देशय 11 वर्ष -14 वर्ष की बालिकाओं का समुचित विकास करना है। करना। ताकि भविष्य में स्वास्थय संबन्धित समस्या उनके शिक्षा को प्रभावित नहीं करे। संचालन 181 महिला हेल्पलाइन की नूतन सिंह, शालिनी पराशर, असीमा सुप्रभा खेस और हैपी मिश्रा ने किया।