द फॉलोअप टीम, दुमका:
दुमका जिला में कोल ब्लॉक के लिए पावर प्लांट की स्थापना प्रस्तावित थी लेकिन ग्रामीणों के विरोध की वजह से इसे रोकना पड़ा। गौरतलब है कि जिले के गोपीकांदर, काठीकुंड और शिकारीपाड़ा थानाक्षेत्र में कोल ब्लॉक के लिए प्लांट लगना प्रस्तावित है लेकिन ग्रामीणों द्वारा बीते कई माह से इसका विरोध किया जा रहा है। ग्रामीण आशंकित हैं कि पावर प्लांट की आड़ मे उनकी जमीन छीन ली जाएगी। ग्रामीणों द्वारा पहले भी कई बार प्रदर्शन किया जा चुका है।
कुंडा पहाड़ी में कोल ब्लॉक का विरोध जारी
गौरतलब है कि दुमका जिला के गोपीकांदर प्रखंड अंतर्गत कुंडा पहाड़ी में कोल ब्लॉक का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। इस सिलसिले में जिला प्रशासन द्वारा कंपनी और ग्रामीणों के बीच द्विपक्षीय वार्ता प्रस्तावित थी। इसमें जिला प्रशासन के पदाधिकारी, कंपनी के अधिकारी और ग्रामीणों का हिस्सा लेना था लेकिन, ग्रामीण इसके लिए तैयार नहीं थे। गामीमों ने गोपीकांदर के चिरुडीह और कुंडा पहाड़ी के बीच मुख्य मार्ग में गड्ढा खोदकर अपना विरोध जताया।
दुमका जिला में प्रस्तावित हैं दो कोल ब्लॉक
जिला प्रशासन को इसकी जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और कंपनी के प्रतिनिधियों ने पूर्व-निर्धारित इस वार्ता को स्थगित कर दिया। प्रखं के कर्मचारियों और पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को मनाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। आखिरकार वार्ता के लिए लगाए गए टेंट को कुंडा पहाड़ी से हटाना पड़ा। गौरतलब है कि दुमका जिले में प्रस्तावित 2 कोल ब्लॉक का ग्रामीणों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है, वहीं प्रशासन उन्हें मनाने में लगा है।