द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में आज बांग्लादेश मुक्ति युद्ध-1971 के 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरे वर्ष भर झारखंड प्रदेश के अंतर्गत चलने वाले कार्यक्रमों का समारोह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, रांची में भव्य तरीके से आयोजित हुआ। जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि आज हम सभी विजय दिवस के अवसर पर भारत-पाक युद्ध में देश की एकता एवं अखंडता की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए मां भारती के अमर शहीद सपूतों के अद्भूत साहस समर्पण एवं बलिदान को नमन करने के लिए तथा हम सभी भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री लौह महिला स्व. इन्दिरा गांधी को भी नमन करने के लिए एकत्रित हुए हैं। जिनके नेतृत्व में भारत के जांबाज सेना ने दुनिया का नक्शा बदल दिया। 50 साल पहले बांग्लादेश के बहादुर एवं साहसी लोगों ने खुद को एक नया भविष्य दिया था।
ठाकुर ने कहा कि बांग्लादेश मुक्ति युद्ध को सबसे बढ़कर भारतीय शस्त्र बलों के अनुशासन समर्पण, वीरता और बलिदान के रूप में याद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश इन्दिरा गांधी जी को बड़े गर्व के साथ याद करता है जो अपने बेबाक निर्णयों एवं लचिलेपण के अदभूत समन्वय के कारण आज भी देश और दुनिया के लोगों के प्ररेणा के स्त्रोत बनी हुई हैं। ठाकुर ने कहा कि आज हम एक शानदार उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं वो आत्म महिमा की भावना से नहीं बल्कि संकल्प की भावना से इसलिए आईये हम उस गौरवशाली अवसर को याद करें और यहां उपस्थित शहीद सैन्य परिवार और सैनिकों के सम्मान करते हुए हम उन मुल्यों के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतिपृष्टी करे जिन्होंने उन आर्दशों का समर्थन किया और जिन कारणों के लिए उन्होंने संघर्ष किया और अंततः अपने जीवन को बलिदान कर दिया।
सर्वस्व न्यौछावर करने के जज्बे को सलाम
कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि भारत की जांबाज सेना के साहस, शौर्य और समर्पण और देश की एकता और अखंडता के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने के जज्बे को सलाम करता हूं। कृतज्ञ राष्ट्र सदैव इन वीरों का ऋण रहेगा। हम सलाम करते हैं अपने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी को जिनके नेतृत्व में भारत के आत्मनिर्भरता का अभियान प्रारंभ हुआ था, विशेष रूप से कृषि, परमाणु उर्जा और अंतरिक्ष प्रौधोगिकी के क्षेत्र में भारत को भारत का लौहा देश और दुनिया के लोगों ने माना था। जब ढांका और अन्य स्थानों पर क्रुर कार्रवाई के साथ संकट भडक उठा था तो वो हमारी पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी जी ने जिन्होंने निहातार्थों को समझा और कार्रवाई में जुट गई थीं। उन्होंने अपने कुटनीति कौशल का परिचय देते हुए देश के अंदर राजनैतिक दलों के बीच एक राय कायम किया अन्य राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्रियों को पत्र लिखा, विदेशों में दूत भेजे, पश्चिमी देशों की यात्रा की, व्यक्तिगत साक्षात्कारों अथक बैठकों और अपीलों के माध्यम से पूरे विश्व समुदायों को बांग्लादेश के लोगों के हितों के प्रति संवेदनशील बनाया और संयुक्त राज्य अमेरिका के तत्कालिन राष्ट्रपति और राजनैतिक सलाहकारों के असंवेदनशीलता और भारत विरोधी रवैये के खिलाफ दुढता के साथ खड़ी हुई।
कांग्रेस भवन में फोटो प्रदर्शनी
आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध-1971 के संबद्ध फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया और अमर शहीद परमवीर अलबर्ट एक्का के तस्वीर एवं सैन्य स्मृति चिन्ह पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं नेता कांग्रेस विधायक दल आलमगीर आलम ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर झारखंड से संबद्ध सैनिकों के परिजनों को स्मृति चिन्ह, शॉल, एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित भी किया गया। जिनमें निम्नलिखित लोग शामिल थे-शहीद डेविड तिग्गा, जोन्हा, रांची की धर्मपत्नी हेलेन तिग्गा, पुत्र जोन तिग्गा, पुत्री सुभानी तिग्गा, शहीद सिरिल कच्छप नयाटोली, रांची के पुत्र अंबुज कच्छप, पुत्रवधू निभा कच्छप, शहीद पौलुस तोपनो तोरपा, खूंटी के पुत्रवधु अगुस्टीना तोपनो, शहीद प्रभुदान हेमरोम तोरपा, खूंटी के भाई डेविड हेमरोम, शहीद जीतु राम काशी बिरहू, खूंटी की धर्मपत्नी सुमित्रा देवी, पूर्व सैनिक स्व सोमरा उरांव, जोन्हा, रांची की धर्मपत्नी बिगुना उरांव, , पूर्व सैनिक स्व. प्रीतम लकड़ा, अनगड़ा, रांची की धर्मपत्नी आनन्दीनी लकड़ा, पूर्व सैनिक स्व इमानुएल खलखो, कामता, अनगड़ा, रांची की धर्मपत्नी मोनिका खलखो, पूर्व सैनिक स्व मरियानुस तिग्गा की धर्मपत्नी कुसुम तिग्गा, बिरहू, खंूटी, पूर्व सैनिक स्व. फूलचन्द मिंज रानीखटंगा, इटकी रांची की धर्मपत्नी उषा मिंज एवं पूर्व सैनिक (गनमैन) देवेन्द्र महतो, खूंटी।
इस अवसर पर कांग्रेस के नेता विधायक दल सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बन्धु तिर्की, उपनेता कांग्रेस विधायक दल प्रदीप यादव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह, बांग्लादेश मुक्ति युद्ध वर्षगांठ समारोह के संयोजक प्रदीप तुलस्यान, स्वतंत्रता संग्राम के हीरक जयंती आयोजन समिति के संयोजक अनादि ब्रह्म, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष संजय लाल पासवान, मोर्चा संगठन प्रभारी रवीन्द्र सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।