द फॉलोअप टीम, धनबाद:
धनबाद से एक मूक-बधिर युवती की प्रेम कहानी सामने आई है। युवती भागकर हरियाणा पहुंच गई थी। प्रेमी भी मूक-बधिर है। लड़की 29 जून से लापता थी। लड़की के पिता ने 30 जून को थाने में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस भी काफी परेशान थी कि क्योंकि लड़की के साथ ये दिक्कत थी वह मूक-बधिर है। पुलिस को कड़ी मशक्क़त के बाद सफलता मिली और लड़की को हरियाणा से ढूंढ निकाला। पुलिस ने लड़की को ऐसे ढूंढ़ा।
पुलिस ने युवती को ऐसे ढूंढ़ निकाला
पुलिस ने मूक-बधिर स्कूल हीरापुर, वासेपुर, धनसार, बरमसिया इलाके के करीब 15 से अधिक मूकबधिर युवक-युवतियों को तस्वीर दिखा कर युवती के बारे में पूछा जिससे पुलिस को सफलता भी मिली। बरमसिया बाल सुधार गृह की एक मूक-बधिर युवती से पुलिस को कुछ सुराग मिल सकें। उसी युवती ने इशारे में हरियाणा के युवक के बारे में बताया। गुमशुदगी के 20 दिनों बाद पुलिस युवती को खोजती हुई हरियाणा पहुंची। वहां लड़की सकुशल मिली।
युवती ने घर जाने से किया इनकार
पुलिस पिता को लेकर युवती के पास पहुंची। पिता ने बेटी को घर चलने को कहा लेकिन उसने साथ आने से इनकार कर दिया। युवती ने कहा कि उसने शादी कर ली है और पति के साथ ही रहेगी। पिता ने भी भारी मन से इस पर सहमति जताई। पिता ने थाने में किसी तरह की कार्रवाई न करने का आवेदन दिया। इसके बाद पुलिस ने केस क्लोज कर दिया। बता दें कि सोशल मीडिया पर मूक-बधिरों की एक वेबसाइट है। यहीं पर युवती की पहचान दिल्ली प्रीतमपुरा के पिंटू कुमार से हुई थी। पिंटू गुरुग्राम में एक कंपनी में डेटा ऑपरेटर है। दोनों का इशारे-इशारे में प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था। दोनों ने शादी का निर्णय लिया। युवती ट्रेन पकड़ कर दिल्ली पहुंची। वहां से दोनों हरियाणा गए और में शादी कर ली।
मोबाइल लोकेशन नहीं हो रहा था ट्रेस
पिता ने 30 जून को सदर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सदर थाना प्रभारी विनय कुमार ने पिता को बेटी को खोजने का आश्वासन दिया था। साथ ही दारोगा सोनू कुमार गुप्ता को गुमशुदा युवती के खोज में लगाया। युवती के पास मोबाइल होने की बात पिता के द्वारा कही गई थी। मोबाइल सीडीआर में कहीं भी बातचीत होने का पता नहीं चला। इस कारण पुलिस को उसका लोकेशन भी नहीं मिल रहा था। कड़ी मशक्कत के बाद युवती मिली।