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स्‍कूल-कॉलेजों के 100 गज़ के दायरे में अब नहीं बेचा जा सकेगा तंबाकू

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द फॉलोअप टीम, रांची:

स्‍कूल-कॉलेजों समेत अन्‍य शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में अब तंबाकू नहीं बेचा जा सकेगा। यह निर्देश तम्बाकू नियंत्रण पर त्रिस्तरीय तम्बाकू निरोधक छापामार दस्ते के प्रशिक्षण कार्यशाला में दिए गए। आयोजन जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग, रांची ने उपायुक्त रांची के सभागार में किया था। जिसमें तकनीकी सहयोग सोशियो इकोनोमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) का रहा। जिसकी  अध्‍यक्षता करते हुए रांची डीसी छवि रंजन ने कहा कि बच्चे को तम्बाकू उत्पाद की पहुंच से दूर रखने की आवष्यकता है। क्योंकि तम्बाकू की आदत होने के बाद इसे छोड़ पाना आसान नहीं है। इसलिए जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक के स्तर से सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों का तम्बाकू मुक्त सर्वे कराया जाए। प्रखण्ड स्तर पर सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अपने प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से इस कार्य को पूरा करें। पान मसाला और अवैध तम्बाकू उत्पादों के जिले में प्रवेश को रोकने के लिए पुलिस विभाग और परिवहन विभाग मिलकर कार्रवाई करे। अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था को विषेष छापामारी अभियान चलाने हेतु शहर को अलग-अलग जोन में बांटकर, समय एवं स्थान का निर्धारण कर स्कूलों के 100 गज के दायरे में अवस्थित तम्बाकू उत्पाद की दूकानों के उपर विषेष रूप से कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
 

राज्य में धूम्रपान करने वालों की संख्या में 1.5 प्रतिशत की बढोतरी

पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारी तम्बाकू नियंत्रण कोषांग, रांची ने स्वागत वक्‍तव्‍य में बताया कि तम्बाकू का उपयोग पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। लेकिन इसका कारोबार और उपयोग विकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों में ज्यादा तेजी से बढ रहा है। उनका पूरा जोर भारत जैसे विकासशील देशों पर है। इसके लिए वे तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं। तम्बाकू उद्योगों का मुख्य निशाना बच्चे, अवस्क और युवा वर्ग के लोग होते हैं। सीड्स केकार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि झारखण्ड के तम्बाकू सेवन का आकड़ा वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण 2009-10 के आंकड़े के अनुसार 50.1 प्रतिशत था। जो वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण 2016-17 में घटकर 38.9 प्रतिशत पर आ गया है। लेकिन राज्य में धूम्रपान करने वालों की संख्या में 1.5 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई है जो चिंता का विषय है।

कानून की अवहेलना करने वालों के खिलाफ चलेगा सघन अभियान

राज्य परामर्शी राजीव कुमार ने तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम की धाराओं को विस्तार पूर्वक बताया और राज्य विधि परामर्शी संजय कुमार ने इसके तहत की जाने वाली कार्रवाई को विषेष रूप से बताया। राँची कैंसर केयर फॉउन्डेशेन के नीरज कौशिक ने तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला को संबोधित करते हुए अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था-सह-विषेष नोडल पदाधिकारी, जिला तम्बाकू नियंत्रण समन्वय समिति रांची ने तम्बाकू नियंत्रण कानून की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सघन अभियान चलाने का निर्देश दिया। साथ ही तम्बाकू के दूष्परिणामों से आमजनों को जागरूक करने हेतु विषेष कार्यक्रम किए जाय। कार्यशाला में अनुमण्डल पदाधिकारी दीपक कुमार दुबे, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी प्रभात शंकर, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी चिकित्सा पदाधिकारी, राज्य परामर्शी राजीव कुमार, संजय कुमार, जिला परामर्शी सुशांत कुमार, राँची कैंसर केयर फॉउंडेशन के नीरज कौशिकक, सीड्स केरिम्पल झा और भोला पाण्डे आदि उपस्थित थे।