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CORONA: एहतियात नहीं बरती गई तो 6-8 महीने में तीसरी लहर को आने से रोका नहीं जा सकता

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द फॉलोअप टीम, रांची:
देश में टीकाकरण अभियान तेज नही हुआ और कोरोना से जुड़ी एहतियात बरतने में लापरवाही हुई तो कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोकना मुश्किल है। ऐसा कहना वैज्ञानिकों का है।
आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर ने कहा, 'टीकाकरण अभियान में तेजी तो लाना ही है। इसके अलावा कोरोना रोकथाम के नियमों (प्रोटोकॉल) का भी पूरी तरह पालन करना होगा। तभी तीसरी लहर को रोका जा सकेगा।’

झारखंड में अब तक इतने लोगों को लगी वैक्सीन
झारखंड में अभी तक 45 साल से ज्यादा उम्र के सिर्फ 28% और 18 साल से ज्यादा वालों में सिर्फ 1.46% लोगों को ही कोविड वैक्सीन लगी है।  झारखंड में 37 लाख का वैक्सीनेशन हुआ है जबकि आबादी 3.7 करोड़ है। एक शोध के मुताबिक कोरोना से ठीक होने के आठ महीने बाद तक रक्त में एंटीबॉडी रहती है। उसके बाद एंटीबॉडी घटने लगती है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन के अनुसार, जैसे-जैसे वायरस अपना रूप परिवर्तित करेगा वैसे तीसरी लहर का खतरा बढ़ेगा। वहीं आईजीआईबी के सीरो-सर्वे के अनुसार कोरोना से ठीक होने के पांच-छह महीनों में एंटीबॉडी में गिरावट खत्म होने लगती है।
एम्स के डॉ. नवनीत विज ने भी कहा कि तीसरी लहर रोकने के लिए अब रणनीति बदलनी होगी। क्योंकि कोरोना गतिशील स्थिति में है। आईआईटी कानपुर के प्रो. मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि लोगों को कोरोना वैक्सीन लग जायेगी। इसलिए तीसरी लहर अधिक  लोगों को प्रभावित नही करेगी। दूसरी लहर जुलाई के अंत में खत्म हो सकती है। जबकि तीसरी लहर 6-8 महीने में आएगी। 

कोरोना टेस्ट में कमी भी बढ़ा सकती है संक्रमण
वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोरोना की टेस्टिंग में कमी हुई तो खतरा बढ़ सकता है। कर्नाटक में कोरोना से बचाव के लिए गठित तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. एचएम प्रसन्ना ने बताया कि कर्नाटक में टेस्ट कम हो रहे हैं। पहले यह तीन-चार लाख टेस्ट होते थे लेकिन अब 30,000-40,000 हो रहे हैं। इससे तीसरी लहर का संकट बढ़ सकता है। सूत्र मॉडल के आधार पर कहा जा रहा है कि देश में जुलाई अंत तक रोज 1.5 लाख नए मरीज मिलेंगे। फिर धीरे-धीरे कम होने लगेंगे।

झारखंड में रद्द हो सकती है मैट्रिक परीक्षा
तीसरी लहर की आशंका में झारखंड में मैट्रिक परीक्षा रद्द हो सकती है। एक जून को बैठक करने की तैयारी हो रही है। परीक्षा रद्द करने का प्रस्ताव लाया जा सकता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस पर अंतिम निर्णय लेंगे।