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क्या नपुंसक हो जाएंगे वैक्सीन लगवाकर! जानिये ऐसी कई अफवाहों का सच

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द फॉलोअप टीम, दिल्‍ली:
वैक्सीन से नपुंसक हो जाएंगे। वैक्सीन में सुअर की चमड़ी का इस्तेमाल किया गया है। गर्भवती महिलाओं का गर्भ गिर सकता है। वैक्सीन में माइक्रोचिप्स का इस्तेमाल किया गया है। ऐसी कई बातें अफवाह बनकर सोशल साइट पर घूम रही हैं। इनमें कितनी सचाई है। आईये हम बताते हैं। दिल्ली एनसीआर मेदांता हॉस्पीटल के सीनियर वॉयरलॉजिस्ट डॉक्टर यतीन मेहता और पीपल्स हेल्थ आर्गेनाइजेशन के सचिव सीनियर वॉयरलॉजिस्ट ईश्वर गिलाडा ने इन भ्रांतियों का जवाब दिया है।

गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लेना चाहिए कि नहीं
गर्भवती महिलाओं के लिए भारत में वैक्सीनेशन को अप्रूवल नहीं मिला है। इसकी वजह यही है कि इन महिलाओं पर वैक्सीन के ट्रायल की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। लेकिन नवजात शिशु वाली महिला को वैक्सीन लेने में कोई दिक्कत नहीं है। कोविड वैक्सीन का प्रेगनेंसी पर कोई असर नहीं होता है। बाकी के देश जैसे अमेरिका, ब्रिटेन और चीन में गर्भवती महिलाएं वैक्सीन ले रही हैं। भारत में गर्भवती महिलाओं को कुछ समय में वैक्सीन लेने की अनुमति मिल जाएगी। 

कोविड वैक्सीन लेने के बाद ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट अटैक का डर!
ब्लड क्लॉटिंग हो सकता है, लेकिन भारत में ऐसे कम ही मामले हैं। यूरोप के स्कैंडवियन देशों में बुजुर्गों में यह समस्या ज़्यादा देखी गई है। भारत में बहुत रेयर केसेज में सामने आया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक कमिटी एईएफ़आई (एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन) ने पिछले दिनों अध्ययन में पाया है कि भारत में प्रति दस लाख में 0.61 प्रतिशत लोगों में क्लॉटिंग की समस्या आयी थी। ब्लड क्लॉटिंग के मामले प्रति दस लाख में गिनती या कहें एक से भी कम मिले।  हृदय संबंधी रोगों में भी पहले से समस्याएं देखने को मिली हैं।
 
कोविड वैक्सीन में माइक्रोचिप्स का इस्तेमाल! 
वैक्सीन अलग अलग तरह की हैं, अलग अलग वायल होते हैं। लिक्विड में चिप्स कैसे डाल सकता है कोई? बेकार की बातें हैं। वैक्सीन पतले सिरींज में शरीर में डालते हैं, तो चिप्स कैसे सिरींज से शरीर में इंजेक्ट किया जा सकता है।

सुअर की चमड़ी की बात पूरी तरह गलत
भारतीय कोविड वैक्सीनों में सुअर की चमड़ी के इस्तेमाल की बात भी पूरी तरह से अफवाह है। कोविशील्ड में चिम्पैंजी के एंटीवायरस का इस्तेमाल ज़रूर किया गया है।
 
कोई भी नपुंसक नहीं हो सकता
वैक्सीन लेने से नपुंसक हो जाने वाली बात भी बिलकुल ग़लत बात है। कोरोना वैक्सीन वायरस को इंफर्टाइल बनाता है, इंसानों को नहीं। 

कोविड होने के बाद वैक्सीन कब
कोविड से ठीक होने के बाद तुरंत में वैक्सीन की ज़रूरत नहीं होती। दस जिनको दोबारा कोविड हो रहा है वह आठ दस महीने के बाद ही हो रहा है।  जिन लोगों को 15-20 दिन में दोबारा कोविड होने की शिकायत मिली है, वह भी ग़लत नहीं हैं, क्योंकि ऐसे मामलों में यह हो रहा है कि वे पूरी तरह से कोविड से ठीक नहीं हुए होते हैं और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है, लेकिन ऐसे मामले बेहद कम होंगे। कोविड से ठीक होने के बाद एंटीबॉडी कुछ महीने रहेगी, इसलिए वैक्सीन तो लेना ही चाहिए लेकिन दो-तीन महीने के बाद ले सकते हैं।

युवाओं और बच्चों को कोविड वैक्सीन की ज़रूरत 
बच्चों के लिए हमारे यहां अभी वैक्सीनेशन को अप्रूवल नहीं मिला है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने 13 मई को दो से 18 साल के बच्चों और युवाओं के लिए बायोटेक की को वैक्सीन के दूसरे-तीसरे चरण के ट्रायल को मंजूरी दे दी है। अमेरिकी सेंटर फॉर डिज़ीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने की मंजूरी दे दी है। आने वाले दिनों में भारत में भी अप्रूवल मिल जाएगा। युवाओं के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और बच्चों के लिए भी अनुमति जल्दी आ जाएगी. वैक्सीन हर किसी के लिए ज़रूरी है. आप कुछ लोगों को देते हैं और कुछ लोगों को छोड़ देते हैं तो वायरस संक्रमण का ख़तरा तो बना रहेगा। 

वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमित होने का कितना खतरा
वैक्सीन लेने के बाद भी आप संक्रमित हो जाएंगे क्योंकि वैक्सीनेशन के बाद एंटीबॉडी तैयार होने में समय लगता है। दो सप्ताह के बाद ही यह हो पाता है।  वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित होने का ख़तरा रहता है लेकिन वैक्सीन से शरीर वायरस के ख़िलाफ़ बेहतर ढंग से मुक़ाबला कर सकता है।  यह काफ़ी हद तक आपकी अपनी शारीरिक स्थिति पर भी निर्भर करता है। लेकिन वैक्सीनेशन आपको कोरोना से बचाता है। वैक्सीन से प्रतिरोधी क्षमता बेहतर होती है और रिसर्चों से यह ज़ाहिर हुआ है कि वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण उतना घातक प्रभाव नहीं डालता। 

इन सवालों के जवाब
-महिलाओं के लिए भी वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित।मासिक के समय में महिलाएं वैक्सीन ले सकती हैं। पूरी तरह सुरक्षित है। वैक्सीन लेने का कोई असर महिलाओं के पीरियड पर नहीं होता है।
-कोविड वैक्सीन लेने के बाद आप मांस मछली खा सकते हैं।
-वैक्सीन लेने के बाद कुछ दिनों तक अल्कोहल से परहेज करना चाहिए।
-वैक्सीन लेने के बाद भी आपको कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी एहतियातों का पालन करना चाहिए।  मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के इस्तेमाल से ही आप स्प्रेडर बनने से बच सकते हैं।  अलग अलग स्ट्रेन के वायरस सामने आ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में एहतियात बरतते रहना चाहिए।
-वैक्सीन लेने से कोविड-19 होने का ख़तरा नहीं है। वैक्सीन लेने से पहले अगर आप कोविड की चपेट में हों तो वह टेस्ट में पकड़ आ सकता है।