द फॉलोअप टीम, मुजफ्फरपुर:
आज 17 सितंबर 2021 है लेकिन नवरुणा का रहस्यमयी तरीके से गायब होने की गुत्थी आज तक नहीं सुलझी है। 17 सितंबर 2012 की रात को नवरुणा अचानक ही अपने घर से गायब हो गई थी। सुबह जब माता-पिता की आंख खुली तो देखा कि जो खिड़की रास्ते की तरफ खुलता था उसकी रॉड टूटी हुई थी। उसी सुबह को टाउन थाना में FIR दर्ज कराया गया।
शुरुआत में कहा था प्रेम-प्रसंग
विडंबना है कि तब पुलिस ने मामले को यह कहकर टाल दिया कि यह प्रेम प्रसंग का मामला है। नवरुणा को गायब हुए कई दिन हो चले थे, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। फिर एक बात सामने आयी जमीन विवाद की। फिर भी कोई सबूत नहीं मिला। तब इसकी जांच की जिम्मेदारी CID को सौंपी गई। 9 साल बीते और सीबीआई के हाथ भी खाली हैं।
2014 को CBI ने जांच शुरू की
इस केस की जिम्मेदारी 14 फरवरी 2014 को CBI को दी गयी। कई तरह से जांच हुई लेकिन सारी एजेंसियां कांड के खुलासे में विफल रही। CBI ने सबूत व तथ्य का अभाव बताते हुए मुजफ्फरपुर के विशेष CBI कोर्ट में फाइनल रिपोर्ट दाखिल की थी। कई जांच के बाद भी CBI किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। डीएसपी अजय कुमार ने 40 पेज की फाइनल रिपोर्ट दाखिल की थी। फिर CBI ने जांच भी बंद कर दी। इधर नवरूणा के माता-पिता न्याय की प्रतीक्षा में हैं।
घर के बाहर कंकाल मिला था
26 नवंबर 2012 को नवरुणा के घर के बाहर एक नाले से कंकाल मिला था। सबको लगा कि यह कंकाल नवरुणा का है। पुलिस ने इसे जांच के लिए रखा। CBI ने भी इस कंकाल की जांच करवाई, लेकिन यह नहीं मालुम हो सका कि यह किसका कंकाल है। फिर CBI ने नवरुणा की जानकारी देने वाले पर 10 लाख रुपए इनाम भी रखा। जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए। CBI ने इस दौरान कई लोगों का ब्रेन मैपिंग, लाइव डिटेक्टर, नार्को टेस्ट कराया। DNA और बोन टेस्ट भी हुआ। कई संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब भी हाथ खाली हैं।
सीन भी कराया गया रिक्रिएट
CBI के अधिकारी नवरुणा के कमरे में जाकर बारीकी से छानबीन की। सीन को रिक्रिएट किया गया। खिड़की के रॉड को तोड़कर बाहर निकलने का प्रयास किया। फिर भी कोई परिणाम नहीं मिला। 14 दिसंबर 2019 को अंतिम बार CBI की टीम नवरुणा के पिता अतुल्य चक्रवर्ती से मिली। लेकिन आज तक इस मामले का खुलासा नहीं हो सका कि आखिर नवरुणा गयी कहां। बेटी के अपहरण को नौ साल हो जाने पर नवरुणा के पिता अतुल्य चक्रवर्ती और मां मैत्रेयी चक्रवर्ती CBI समेत अन्य जांच एजेंसी पर कार्रवाई की मांग सरकार से कर रहे हैं। उन्हें आशा है कि एक न एक दिन इंसाफ मिलेगा।