द फॉलोअप टीम, दुमका:
शिकारीपाड़ा थाना अपने कारनामों से हमेशा चर्चा में रहता है। यहां थाने में मारपीट होना आम बात हो गई है। आज जामकांदर गांव के गंगाधर पाल और दुलाल पाल के बीच जमीनी विवाद के समाधान के लिए थाने में बैठक हो रही थी। उस दौरान ही एसआई संजय सिंह किसी बात पर उग्र हो गए और 60 वर्षीय बुजुर्ग गंगाधर पाल को लात जूतों से मारने लगे। मार खाकर गंगाधर पाल वहीं जमीन पर गिर पड़े और बेहोश हो गए। थाने की गाड़ी से उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिकारीपाड़ा पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंगाधर पाल को इलाज के लिए दुमका सदर अस्पताल रेफर कर दिया। इधर, पुलिस कप्तान अंबर लकड़ा ने संज्ञान लेते हुए एसआई संजय सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इतना मारा कि गंगाधर पाल बेहोश गिर पड़े
पीड़ित गंगाधर पाल के पुत्र अनूप कुमार सिंह ने बताया कि जमाबंदी नंबर 45 की जमीन को लेकर उन लोगों का अपने गोतिया दुलाल पाल से पूर्व से ही विवाद चल रहा था। थाने में आवेदन देकर दोनों पक्षों ने इंसाफ की गुहार लगाई थी। थाने में दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे और एसआई संजय सिंह इस मामले को देख रहे थे। गंगाधर पाल ने सुनवाई के दौरान एसआई संजय सिंह को अपील की कि हुजूर जमीन का विवाद है तो उक्त जमीन पर चलकर ही देख लें और फैसला दें । इसी बात पर एसआई इतने उग्र हो गए कि अपने पिता समान बुजुर्ग गंगाधर पाल को लात-जूतों से इतना मारा कि गंगाधर पाल बेहोश होकर गिर पड़े।
पहले भी पुलिसकर्मी कर चुके हैं दबंई
अनूप कुमार पाल ने यह भी बताया कि विगत 7 जुलाई को अभी एसआई संजय सिंह उसके कार्यस्थल हीरो शोरूम शिकारीपाड़ा आए थे और वहां से उसे जबरदस्ती थाने स्थित अपने रूम में ले आए थे। उसके साथ मारपीट भी की थी। इस मुद्दे पर एसडीपीओ दुमका नूर मुस्तफा अंसारी ने पत्रकारों को बताया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है और यदि इसमें पुलिसकर्मी की गलती पाई जाती है तो उस पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि शिकारीपाड़ा थाना पहले भी इस तरह की मारपीट का गवाह बन चुका है। पत्रकार अफजल अंसारी को भी इसी थाने में पदस्थापित एसआई लक्ष्मण प्रसाद द्वारा किसी बात पर उग्र होकर जमकर पिटाई की थी जिसे बाद में येन केन प्रकारेण मामले को सलटा दिया गया था।