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दुमका: आराम कर रहे एसआई के ऊपर टूटकर गिरा छत का मलबा, गंभीर रूप से घायल

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द फॉलोअप टीम, दुमका: 

पुलिस पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। ना केवल लोग बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस विभाग और पुलिसकर्मियों पर है। पर क्या पुलिसकर्मी खुद सुरक्षित हैं। क्या वे निर्भिक होकर काम कर पा रहे हैं। क्या वे भय और तनावमुक्त माहौल में काम कर पा रहे हैं। जिन पर पूरे समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी है क्या उन पुलिसवालों को मूलभूत सुविधा तक मिल पा रही है। ये सवाल क्यों उठते हैं। इस स्टोरी में पता चलेगा। 

दुमका के नगर थाना में हुआ हादसा
मामला दुमका का है। दुमका जिला के नगर थाना परिसर में एक स्टाफ क्वार्टर है। रविवार को दोपहर यहां हादसा हो गया। छत की सीलिंग टूटकर स्टाफ क्वार्टर के एक कमरे में आराम कर रहे सब इंस्पेक्टर के सिर पर आ गिरी। हादसे में सब इंस्पेक्टर का सिर फट गया। काफी खून बहने लगा। सहकर्मियों ने उनको आनन-फानन में फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज ले गए जहां फिलहाल उनका इलाज किया जा रहा है। साथियों का कहना है कि गनीमत थी कि सब इंस्पेक्टर मुंह के बल सोए थे। यदि सामने की तरफ चेहरा करके सोए होते को अनहोनी हो सकती थी। 



एसआई के सिर पर गिर गया मलबा
इधर घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना प्रभारी सहित तमाम  पुलिसकर्मी फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज पहुंचे और उनका हालचाल जाना। थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार ने बताया कि हादसा उस वक्त हुआ जब सब इंस्पेक्टर अपने कमरे में आराम कर रहे थे। अचानक सीलिंग टूटी और पूरा मलबा उनके ऊपर आ गिरा। उनको वक्त पर अस्पताप पहुंचा दिया गया। थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार ने बताया कि घायल एसआई की स्थिति अब ठीक है। 



हालत में कब किया जाएगा सुधार
इस घटना ने बता दिया है कि जिन पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है वो खुद कितना सुरक्षित हैं। बता दें कि झारखंड पुलिस मेन्स एसोसिएशन लगातार सरकार से मांग करता आया है कि पुलिसकर्मियों के रहने की दशा में सुधार किया जाए। आधारभूत ढांचा का विकास हो। अभी भी पुलिस के आला अधिकारियों को छोड़ बाकी के पुलिसकर्मी बिलकुल निम्न दशा में रहते हैं। उनको मिलने वाला स्टाफ क्वार्टर बारिश में चूने लगता है। सांप-बिच्छू का खतरा अलग है। यही वजह है कि पुलिसकर्मी अक्सर तनाव में होते हैं। इसमें बदलाव किया जाना चाहिए।