द फॉलोअप टीम, श्रीपेरुम्बुदूर:
उम्र महज एक अंक होता है। ये बात साबित किया है एसवी रमण ने। उन्होंने साबित किया है कि यदि दिल में कुछ कर गुजरना का जज्बा हो और लक्ष्य के प्रति दृढ़ निश्चय उम्र के पांचवें बसंत में भी सफलता की नई इबारत लिखी जा सकती है। कौन हैं एसवी रमण। ये शख्स सुर्खियों में क्यों है। इन तमाम सवालों का जवाब इस खबर में देने की कोशिश करेंगे।
श्रीपेरुम्बुदूर के रहने वाले हैं एसवी रमण
एसवी रमण तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदूर के रहने वाले हैं। इन्होंने श्रीपेरुम्बुदूर के मालीपाट्टु पर्वत के 155 फीट ऊंचे चट्टान से छलांग लगाई। हैरानी की बात है कि ऐसा करते हुए एसवी रमण ने आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी। ये हैरतअंगेज कारनामा करके एसवी रमण ने अपना नाम यूनेको बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है।
समाज सेवियों को समर्पित की उपलब्धि
यूनेको बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए एसवी रमण ने कहा कि आयु किसी भी बात की सीमा नहीं होती। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि को समाज के लिए काम करने वाले लोगों को समर्पित किया है। उनकी इस उपलब्धि की चर्चा हो रही है।