द फॉलोअप टीम, रांचीः
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप है कि वह छात्रों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है। दुर्व्यवहार करने वालों में कुलसचिव, फाइनेंस ऑफिसर, लाइब्रेरियन, मेडिकल ऑफिसर, टेक्निकल सेल तथा ट्रांसपोर्ट इंचार्ज के नाम आ रहे है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सीयूजे के ब्राम्बे कैम्पस में धरना देकर अपना विरोध जता रहे हैं। प्रदर्शन कारियों का कहना है कि हॉस्टल से लेकर ट्रांसपोर्ट तक की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है।
ट्रांसपोर्ट सुविधा ध्वस्त है
छात्रो का कहना है कि ट्रांसपोर्ट सुविधा पूर्ण रूप से ध्वस्त है, बच्चे भेड़ बकरी के तरह खड़े होकर नये कैम्पस मनातू से पुराने ब्राम्बे कैम्पस से जाते हैं। वीसी द्वारा फीस रिफंड की फाइल अप्रूव करने के बाद भी फीस रिफंड नही किया गया। फाइनेंस ऑफिसर पर आरोप है कि वह सिर्फ अपना फायदा देखता है। हॉस्टल मेमो पर तथा डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर के अंतर्गत आने वाले मेस की फाइल सेंशन नहीं की जा रही है ये बोलकर की ग्रामटिकल एरर हैं।
करियर बर्बाद करने की धमकी दी जाती है
छात्र कहते है कि मेडिकल इसु होने पर मेडीकल ऑफिसर उन्हे कोआपरेट नही करती हैं, नम्बर ब्लॉक कर देती है, साथ ही करियर बर्बाद करने की धमकी भी देती हैं। जब छात्र मनातू कैम्पस से क्लॉस करके ब्रांबे कैम्पस 4 बजे आते हैं, तो उन्हे खाना नही मिलता है। वाई फाई कैम्पस होने के बाद भी वाई-फाई नही मिलता है। हॉस्टल की व्यवस्थाएं लचर है।
धरने में शोध छात्र अमित कुमार सिंह, रवि कुमार, गीतेश कुमार, दीपांकर डे, आदित्य , सुमित, अविनाश, रितिकेश, वैष्णवी, अर्चना, सिंदुरा, साक्षी, अंजलि और भावना मौजूद हैं।