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कोरोना के बीच अब मंडरा रहा बर्ड फ्लू का खतरा, झारखंड में हुआ अलर्ट जारी

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द फ़ॉलोअप टीम, रांची  
देश में कोरोना वायरस के खतरे के बीच अब एक नए आतंक का साया मंडरा रहा है। राजस्थान, उत्तराखंड , मध्‍यप्रदेश समेत कई राज्यों में बर्ड फ्लू ( एवियन इन्फ्लुंंएजा) की पुष्टि की गयी है। इसका कारण बीते कुछ दिनों में कौओं की भारी संख्या में हुई मौत को बताया जा रहा है। राजस्थान में 7 दिनों में करीब 300 पक्षियों की मौत का मामला सामने आया था। जिसमें कौओं के साथ-साथ कोयल, 1-1 किंगफिशर व मेगपाई चिड़िया भी मृत मिली है। जिसके बाद राज्य 2 जनवरी को चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन एमएल मीना के द्वारा बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी कर दिया गया था। इसके अलावा वन्यजीव विभाग से लेकर टाइगर रिजर्व एरिया में एवियन इन्फ्लूंजा यानी बर्ड फ्लू के संक्रमण की रोकथाम के संबंध में एडवाइजरी जारी की थी। कई प्रदेशों में  अलर्ट जारी कर दिया गया है। 

एवियन इन्फ्लुंएजा का अलर्ट जारी
झारखंड में भी में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। पशुपालन विभाग ने सभी डीसी को केंद्र सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी भेज दी है। इस संदर्भ में तत्काल आवश्यक कदम उठाने को कहा है। तयशुदा निर्देशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि किसी भी पक्षी की अस्वाभाविक मृत्यु होने पर तत्काल इसकी सूचना पशुधन सेवाएं विभाग और अन्य अधिकारियों को दी जाए। 

राज्य में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया
पक्षी के बिसरे को जांच के लिए लैब भेजे जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। हालांकि पशुपालन विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अभी राज्य में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन फौरी कदम उठाते हुए अलर्ट जारी किया गया है। बर्ड फ्लू को लेकर आम जनता में अनावश्यक भय और भ्रांति न फैलने पाए, इसके लिए भी निर्देशित किया गया है।

बर्ड फ्लू में भी कोरोना जैसे लक्षण, मगर संक्रमण की रफ़्तार बहुत धीमी 
बर्ड फ्लू पक्षियों को ज़ायदा शिकार बनता है मगर इसका असर इंसानों में कुछ हद्द तक दिखने को मिलता है। अगर फ्लू के लक्षण देखे जाये तो वह कोरोना जैसे ही दीखते मगर इसके संक्रमण की रफ्तार बहुत धीमी है। जीवन चन्द्र जोशी (वन संरक्षक, पश्चिमी वृत्त बर्ड) ने बताया की फ्लू में जुकाम, सर्दी, बुखार, नाक बहने, आंखों से पानी आना, शरीर दर्द और निमोनिया की शिकायत होती है। कोरोना की तुलना में इसका वायरस इंसानों को अधिक प्रभावित नहीं करता है। कोई अंग खास प्रभावित नहीं होते हैं। कोरोना संक्रमण सामान्यत: दो हफ्ते तक रहता है, जबकि इसका असर करीब पांच दिन बना रहता है।