logo

लाचार व्यवस्था से हार गया परिवार! कोरोना ने पिता को छीना तो बेटी का फूटा गुस्सा, स्वास्थ्य मंत्री के सामने जताई नाराजगी

7387news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची:

लाचार सिस्टम के सामने 60 वर्षीय पवन गुप्ता ने दम तोड़ दिया। घटना रांची के सदर अस्पताल की है जहां कोरोना मरीज का हजारीबाग के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। जब तबीयत अधिक खराब हो गयी तो परिजन मंगलवार को निजी एंबुलेंस से रांची पहुंचे। पहले परिजन राज अस्पताल गए लेकिन वहां बेड नही था। परिजन सदर अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। तब तक मरीज की जान जा चुकी थी। परिजन इस बात से नाराज हैं। 

परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा
मंगलवार को स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता सदर अस्पताल पहुंचे थे। इस बीच परिजनों की नजर बन्ना गुप्ता पर पड़ गई। फिर क्या था परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने कहा कि जब वोट की बारी आती है तो नेताओं को जनता की याद आती है। मृतक की बेटी चीख चीख कर कह रही थी कि क्या स्वास्थ्य मंत्री मेरे पिता को वापस कर सकते हैं। बेटी ने कहा आधे घंटे से पिता एंबुलेंस में पड़े थे। वे डॉक्टरों से इलाज की गुहार कर रहे थे। इस बीच पवन गुप्ता की हालात खराब होती जा रही थी। उनकी बेटी ने कहा कि उनके पिता को लाचार सिस्टम ने निगल लिया। उनकी तड़प-तड़प कर मौत हुई।