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झारखंड में दिसंबर में होगा पंचायत चुनाव, विभाग ने अधिकारियों को दिया परिसीमन का काम पूरा करने का निर्देश

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
झारखंड में बहुत जल्द त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगूल बजनेवाला है। इसी साल के नवंबर-दिसंबर में पंचायत प्रतिनिधियों की शक्तियां खत्म होनेवाली है। इसलिए इन दिनों राज्य में पंचायतों के पुनर्गठन का काम जारी है। माना जा रहा है कि इस साल 31 दिसंबर तक ग्राम पंचायतों के विघटन और पुनर्गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग को भी सूचित कर दिया है। 

विभाग ने उपायुक्तों को लिखा पत्र
राज्य के सभी जिलों को ग्रामीण विकास विभाग की ओर से पत्र भेजे जा चुके हैं। जिलों के डीसी, पंचायती राज पदाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है कि वे 31 दिसंबर तक प्रशासनिक इकाइयों की सीमा में परिवर्तन का काम पूरा कर लें। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, झारखंड द्वारा भी इस संबंध में अधिसूचना (अधिसूचना सं 2139) जारी की जा चुकी है। पूर्व में राजस्व विभाग ने 31 मार्च, 2020 तक इस काम पर रोक लगा रखी थी।

परिसीमन का काम पूरा करने का निर्देश
विभाग ने जनगणना 2021 के कार्यों को देखते हुए इस संबंध में एक आदेश जारी करते हुए प्रशासनिक इकाइयों के क्षेत्राधिकार की सीमाओं में किसी तरह के बदलाव कार्य को रोकने को कहा था। जिला पंचायती राज अधिकारियों ने पंचायती राज निदेशालय द्वारा जारी आदेश के संबंध में अपने अपने जिलों के बीडीओ, सीओ को पंचायतों के परिसीमन का काम पूरा करने को कह दिया है।

झारखंड में तीसरी बार होगा पंचायत चुनाव
झारखंड में दूसरी बार पंचायत चुनाव 2015 में हुए थे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव चार चरणों में 22 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच कराये गये थे। 24 जिलों के 263 प्रखंडों में 4402 ग्राम पंचायतों (मुखिया) के लिये चुनाव संपन्न हुए थे। पंचायत समिति के क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्र की संख्या 5423 और जिला परिषद् के क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या 545 थी। तकरीबन करीब साढ़े दस हजार पंचायत प्रतिनिधि निर्वाचित होकर आये थे।

पंचायतों के पुनर्गठन का काम आगे बढ़ा 
मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल कोरोना संकट के कारण अधिकांश जगहों पर पंचायतों के परिसीमन का काम रुका पड़ा है। कोरोना संक्रमण और इससे बचाव के लिये जारी प्रोटोकॉल को देखते हुए संबंधित पदाधिकारियों, कर्मचारियों के लिए राह आसान नहीं है। वर्तमान में जो स्थिति है, उसे देखते हुए आशंका है कि दिसंबर तक परिसीमन का काम पूरा हो सकेगा। हालांकि आंशिक तौर पर कुछ जगहों पर ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन का काम आगे बढ़ा है। पंचायतों के क्षेत्रफल, आबादी को देखते हुए उसके कुछ हिस्सों को नगरपालिका, नगर निकायों से जोड़ा जाना है। कुछ पंचायतों का हिस्सा नगर निकायों में शामिल किया जायेगा।