द फॉलोअप टीम, धनबाद:
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के नाम पर नौकरी लगाने को लेकर ठगी के आरोप में नौकरी से हटाए गए आउटसोर्सिंग कर्मचारी पंकज कुमार गुप्ता के खिलाफ अब माइक्रोबायोलॉजी विभाग विरोध में उतर आया है। दरअसल, पंकज कुमार के खिलाफ पिछले दिनों मेडिकल कॉलेज में पांच सदस्यीय गठित टीम ने जांच के बाद पंकज को दोषी माना था। आउटसोर्सिंग कर्मचारी पंकज को नौकरी से हटा दिया गया।
विभागाध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दी थी
इसके बाद पंकज ने महिला थाने में जाकर माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ सुजीत कुमार तिवारी के खिलाफ शिकायत कर दी है। इसके बाद आरोपी कर्मचारी पंकज कुमार गुप्ता और पुलिस के व्यवहार के विरोध में माइक्रोबायोलॉजी के डॉक्टर और कर्मचारी सोमवार की सुबह से ही जांच कार्य बंद कर दिया है।
नौकरी के नाम पर आधा दर्जन लोगों से ठगी
विभागाध्यक्ष डॉ सुजीत कुमार तिवारी ने बताया कि आरोपी कर्मचारी को हटाए जाने के बाद वो तरह-तरह की धमकी दे रहा है। नौकरी के नाम पर अब तक आधा दर्जन से अधिक उसने ठगी की है। तिवारी ने बताया कि कभी व उपायुक्त तो कभी स्वास्थ्य मंत्री के नाम पर लेकर धमकी दे रहा है। उन्होंने बताया कि पुटकी के रंजीत कुमार महतो को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 2 लाख की पंकज ने मांग की थी। इससे पहले उससे 10000 रूपये लिए थे। नौकरी नहीं लगने पर रंजीत ने इसकी शिकायत कॉलेज प्रबंधन से की थी। जांच कमेटी में यह स्पष्ट हुआ कि पंकज दोषी है। इससे पहले भी कई कर्मचारियों से वह पैसे ले चुका है। अपने बातचीत के वीडियो में उसने धनबाद स्वास्थ विभाग के तमाम बड़े डॉक्टरों के नाम भी लिए हैं।
मरीजों को भी होगी भारी परेशानी
मेडिकल कॉलेज में सुबह से ही कोरोना, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी के लिए सैंपल की जांच बंद कर दी गई है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग में धनबाद सहित संताल परगना और बोकारो गिरिडीह के मरीजों के सैंपल जांच के लिए आते हैं। अमूमन हर दिन माइक्रोबायोलॉजी विभाग में ढाई हजार सैंपल की जांच की जा रही है। सोमवार से सैंपल की जांच विभाग में बंद कर दी गई है।़