द फॉलोअप टीम, रांची:
रक्त समूह के जनक ऑस्ट्रियाई रोगविज्ञानी ‘कार्ल लैंडस्टेनर’ का जन्म 14 जून 1869 को हुआ था। उनकी बात और याद को संजाए रखने के लिए उनकी जयंती विश्व रक्तदान दिवस के रूप में 4 जून को दुनिया भर में मनाई जाती है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका विषय ही रखा है - ‘रक्त दो और दुनिया को धड़काते रहो।’ यह दिन याद करने का है कि रक्त की कमी किसी को न हो। समय पर इसकी पहुंच सब तक हो। क्योंकि निम्न और मध्यम आय वाले लोग इसके लिए संघर्ष करते दिखते हैं।
विश्व एड्स दिवस् के अवसर पर ‘रक्त दो और दुनिया को धड़काते रहो’ के नेक मकसद से रिम्स में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें103 लोगों ने किया रक्तदान किया।
विश्व एड्स दिवस् के अवसर पर रक्तदान शिविर
रक्तदान शिविर का विधिवत उद्घाटन रिम्स के निदेशक एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने किया। जिसमें रिम्स के डीन डॉ. सतीश चंद्रा, डॉ. स्मिता गुप्ता, डॉ. शशिभूषण सिंह, डॉ. राजीव रंजन, डॉ. अभिषेक कुमार के अलावा सैकड़ों जूनियर डॉक्टरों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। 35 लोगों ने पहली बार रक्तदान किया।
हर तीन महीने पर शिविर का आयोजन
बता दें कि रिम्स के चिकित्सक डॉ. चंद्र भूषण के नेतृत्व में हर तीन महीने पर शिविर का आयोजन किया जाता रहा है। जिसमें रिम्स ब्लड बैंक की टीम का भरपूर सहयोग रहता हैं। इस शिविर में महिला डॉक्टरों का भी अच्छा योगदान रहा।