द फॉलोअप टीम, रांची:
कोरोना वायरस का नया वारिएंट ओमीक्रॉन तेजी के साथ भारत और पूरी दुनिया में फैल रहा है, हालात ऐसे हैं, कि आज दुनिया में ओमीक्रॉन को लेकर दहशत का माहौल है। लेकिन कई लोग आज भी इसको लेकर लापरवाह दिख रहे हैं। जबकि ये कहा जा रहा है कि ओमीक्रॉन घातक भी है। दरअसल लोगों को लग रहा है कि अगर वे दोनो डोज ले चुके हैं, तो वे संक्रमित नहीं होंगे। ये सोच गलत है, आप फिर से पॉजिटिव हो सकते हैं।
इन तीन कारणों से फैल रहा ओमीक्रॉन
पहला कारण- नया वैरिएंट जिस तेजी के साथ अपना स्वरूप बदल रहा है, उससे उसे हमारे शरीर की कोशिकाओं के साथ आसानी से जुड़ने में मदद करता है।
दूसरा कारण- नए वैरिएंट में हमारे इम्यून सिस्टम से बचकर निकलने की क्षमता है, जिसके कारण लोगों में देबारा संक्रमित होने का खतरा कई गुना बढ़ गया है। यानी जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, या फिर कोरोना का टीका लगवा चुके हैं, उनके भी संक्रमित होने की आशंका कहीं ज्यादा है।
तीसरा कारण- ओमीक्रॉन में हम अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्स में वायरस को हम रेप्लीकेट होते देख रहे हैं, जो डेल्टा या फिर अब तक मिले किसी भी वैरिएंट से बिल्कुल अलग है। इससे पहले कोरोना के जितने भी वैरिएंट मिले हैं, वो फेफड़ों में लोअर, रेस्पिरेटरी ट्रैक पर रेप्लीकेट होते थे। जिसकी वजह से इसके आगे बढ़ने की रफ्तार में कमी आती थी।
कोरोना नियमों की अनदेखी पड़ेगी भारी- डब्ल्यूएचओ
इसी के साथ डब्ल्यूएचओ का ये भी कहना है कि जिस तरह से बाजारों में लोगों की भीड़ है, लोग बेफिक्र होकर एक दूसरे से मिल रहे हैं, कोरोना नियमों की अनदेखी की जा रही है, वो भी एक बड़ी वजह है कि ओमीक्रॉन तेजी के साथ फैल रहा है। अगर लोगों को नए वैरिएंट पर लगाम लगानी है, तो लोगों को कोरोना नियमों को सख्ती से पालन करना होगा।