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सीएम की भी नहीं सुन रहे अधिकारी ! आदेश के 41 दिन बाद भी अबतक शुरू नहीं हो सकी 200 करोड़ के घोटाले की जांच

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द फॉलोअप टीम
रांची-क्या झारखंड में अधिकारी सीएम के आदेश और निर्देश की अवहेलना कर रहे हैं? क्या मुख्यमंत्री की बातों का अधिकारियों के सामने कोई मोल नहीं है? सवाल ये भी है कि आखिर अधिकारी मुख्यमंत्री की बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं तो फिर सीएम इसपर खामोश क्यों हैं। असल में आज हम ये सवाल इसलिए उठा रहे हैं, क्योंकि सीएम हेमंत सोरेन ने अब से 41 दिन पहले धनबाद नगर निगम में हुए 200 करोड़ के कथित घोटाले की जांच का निर्देश दिया था। लेकिन अबतक उसपर कोई अमल नहीं हुआ है। अमल तो छोड़ दीजिए 41 दिन का लंबा वक्त गुजर जाने के बावजूद सीएम के आदेश की कॉपी भी ACB तक नहीं पहुंची। अब आदेश की कॉपी ही जब संबंधित विभाग तक नहीं पहुंचे तो फिर जांच शुरू कैसे हो? 
1 जून को सीएम ने लिया था संज्ञान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विगत एक जून को ही इस संबंध में स्वंय संज्ञान लेते हुए एसीबी से जांच कराने का आदेश दिया था। दरअसल मुख्यमंत्री को ये शिकायत मिली थी कि धनबाद नगर निगम में 14वें वित्त आयोग की योजना में लगभग दो सौ करोड़ रुपये का प्राक्कलन घोटाला हुआ है। बता दें कि 14वें वित्त आयोग की राशि से धनबाद नगर निगम में 40 सड़कें स्वीकृत की गई थीं। इनमें पीसीसी सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता की कमी सहित कई खामियां होने की बात सामने आई थी। 
बनी बनाई सड़क को तोड़कर नए निर्माण का आरोप
यह भी सामने आया था कि 40 सड़कों में से 27 सड़कों का प्राक्कलन नगर निगम के ही तकनीकी पदाधिकारियों के माध्यम से बनाया गया और इसके डीपीआर बनाने के एवज में कोई परामर्शी शुल्क का भुगतान किसी भी एजेंसी को नहीं किया गया। महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल पर आरोप है कि पूर्व से निर्मित पीसीसी सड़कों को तोड़कर और प्राक्कलित राशि कई गुणा बढ़ाकर फिर से उन्हीं सड़कों का ही निर्माण कराया गया।