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सरकारी में निगेटिव तो वहीं निजी हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मिला युवक, जानें! पूरा मामला

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द फॉलोअप टीम, रांची:

राजधानी रांची में कोरोना की जांच में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यहां एक ही मरीज की कोरोना रिपोर्ट सरकारी हॉस्पिटल में निगेटिव बताई गयी वहीं निजी हॉस्पिटल में जांच करवाने पर उसे कोरोना पॉजिटिव बताया गया। युवक की उम्र 25 साल है। उसका नाम सिद्धांत राम है। 

सदर अस्पताल में निगेटिव रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक युवक ने हेल्थ संबंधी परेशानी होने पर सदर अस्पताल रांची में कोरोना की जांच करवाई। वहां उसकी एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव बताई गयी। इसका मतलब ये हुआ कि युवक को कोरोना का संक्रमण नहीं था। सदर अस्पताल में करवाई गयी जांच की रिपोर्ट 17 अप्रैल को आई थी। इस बीच युवक ने एक निजी हॉस्पिटल में भी कोरोना की जांच करवाई। वहां की रिपोर्ट हैरान करने वाली है। 

निजी हॉस्पिटल में पॉजिटिव रिपोर्ट
युवक ने रांची के बरनवास हॉस्पिटल में कोरोना की जांच करवाई थी। ये एक निजी हॉस्पिटल है। यहां कराई गयी जांच की रिपोर्ट 18 अप्रैल को आई। युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। यहां बताया गया कि उसके गले और फेफड़े में हल्का संक्रमण है। अब युवक के लिए कंफ्यूजन की स्थिति है कि वो किसकी रिपोर्ट सही मानें। कैसे जानें की वो कोरोना संक्रमित है या फिर सुरक्षित। 

मसला क्या है ये जांच का विषय है
देश के कई राज्यों और शहरों में ऐसे मामले सामने आए। कई बार पहली जांच में किसी व्यक्ति को निगेटिव बता दिया गया। बाद में जब तकलीफ कम ना होने पर जांच करवाई गयी तो रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गयी। कई बार आरटी-पीसीआर रिपोर्ट तो निगेटिव आई लेकिन सीटी स्कैन में व्यक्ति में कोरोना का संक्रमण पाया गया। इस बीच कई लोगों ने धांधली की भी शिकायत की। सच्चाई क्या है, ये जांच का विषय है।