द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड OBC आरक्षण मंच के केंद्रीय अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा है कि ओबीसी को 27 और अनुसूचित जाति को 15 फीसदी आरक्षण दिये बिना राज्य का चहुंमुखी विकास सम्भव नहीं है। यह दिवा स्वप्न जैसा है क्योंकि राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जातियों की जनसंख्या लगभग 65-70 प्रतिशत है। यह आबादी शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से काफी पिछड़ी है। इतनी बड़ी बहुसंख्यक आबादी को उचित आरक्षण दिये बिना शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से विकसित नहीं किया जा सकता। पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी की गलत नीतियों का दंश पिछड़े एवं अनुसूचित जाति वर्ग अब तक झेल रहे हैं। उनकी गलत आरक्षण नीति और डोमिसाइल नीति ने अतिपिछड़ों एवं अनुसूचित जातियों को हाशिये पर ला खड़ा किया है। कैलाश यादव आज हरमू विद्यानगर में झारखंड OBC आरक्षण मंच की जनजागरण बैठक में बोल रहे थे।
रांची में 22 अगस्त को राज्यस्तरीय महासम्मेलन
कैलाश यादव नेकहा कि हेमंत सोरेन सरकार से मंच को काफी अपेक्षा है क्योंकि सरकार में आने से पूर्व सोरेन ने ओबीसी-एससी से वादा किया था कि ओबीसी-एससी को आरक्षण का पूरा लाभ दिलाएंगे। वर्तमान में ओबीसी समुदाय को कटौती कर 27 की जगह 14 एवं एससी को 15 की जगह 10 फीसदी ही आरक्षण दिया जा रहा है जो उनकी बहुसंख्यक आबादी के अनुसार बिल्कुल नगन्य है। बैठक की अध्यक्षता सुबोध ठाकुर ने की। इसका मकसद रांची में 22 अगस्त को होने जा रहे मंच के राज्यस्तरीय महासम्मेलन की तैयारी था। मंच के प्रवक्ता डॉ. मुजफ्फर हुसैन ने बताया कि बैठक में बीएल पासवान, वंशलोचन राम, योगेन्द्र शर्मा, रामकुमार यादव, सुरेश राय, उमेश यादव, शंकर यादव, अरुण यादव, दिलीप यादव, प्रेम महतो, बृजनाथ राय, मधेश्चर प्रसाद, शंकर पाल, दिनेश कुमार, जोधन शर्मा, शिवेंद्र ठाकुर, शंकर साहू, कृष्णा शर्मा, नागेन्द्र रजक, मनोज वर्मा, महेंद्र साहू, देवेंद्र सिंह, दीपक कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे !