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नंदीग्राम में शुभेंदू अधिकारी से हारीं ममता बनर्जी, चुनाव आयोग पर लगाया गंभीर आरोप

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द फॉलोअप टीम, कोलकाता: 
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी बहुचर्चित नंदीग्राम विधानसभा सीट से हार गयीं। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शुभेंदू अधिकारी ने ममता बनर्जी को 1 हजार 957 वोट से हरा दिया। मुकाबला काफी रोमांचक रहा। काउंटिंग की शुरुआत में शुभेंदू अधिकारी ने बढ़त हासिल की। बीच में ममता बनर्जी को लीड मिली। आखिरी चरण की गिनती खत्म होते-होते शुभेंदू अधिकारी ने जीत हासिल की। 

नंदीग्राम का जनादेश स्वीकार करती हूं! 
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं नंदीग्राम का जनादेश स्वीकार करती हूं। भारतीय जनता पार्टी को बहुत बड़ी हार मिली है। ममता बनर्जी ने कहा कि आगे क्या निर्णय होगा ये मैं पार्टी के साथ बैठक के बाद कल बताउंगी। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं कुछ नहीं भूली हूं। मुझे सबकुछ याद है। ममता बनर्जी ने नंदीग्राम की हार के बाद केंद्रीय निर्वाचन आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। 

चुनाव आयोग पर लगाया पक्षपात का आरोप
ममता बनर्जी ने कहा कि पूरे बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय निर्वाचन आयोग निष्पक्ष नहीं था। चुनाव आयोग ने हमारा सहयोग नहीं किया। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट से इसकी शिकायत करूंगी। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि मैं संविधान पीठ से चुनाव आयोग की शिकायत करूंगी। चुनाव आयोग के लिए भी एक लक्ष्मण रेखा तय की जानी चाहिए ताकि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सके। ये गलत परिपाटी की शुरुआत हो गयी है। 

कुछ दिनों में उतर जाएगा पैर का प्लास्टर! 
ममता बनर्जी को 10 मार्च को नंदीग्राम में नामांकन दाखिल करने के बाद पैरों में चोट लग गयी थी। पूरे चुनाव के दौरान तमाम रैलियों में ममता बनर्जी पैरों में प्लास्टर चढ़ाए नजर आईं। ममता बनर्जी को इस बाबत सवाल पूछा गया। ममता बनर्जी ने कहा कि अब उनका पैर काफी हद तक ठीक है। कुछ दिनों में प्लास्टर उतर जायेगा। उन्होंने कहा कि जीत के बाद और भी बेहतर महसूस कर रही हैं। 

पुराने साथी शुभेंदू अधिकारी से हारीं ममता
बता दें कि ममता बनर्जी ने इस बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। यहां उनका मुकाबला टीएमसी से ही भारतीय जनता पार्टी में आये शुभेंदू अधिकारी से था। शुभेंदू अधिकारी चुनाव से पहले नाराज होकर बीजेपी में शामिल हो गये थे। शुभेंदू अधिकारी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि यदि मैंने ममता बनर्जी को 50 हजार वोट से नहीं हराया तो राजनीति छोड़ दूंगा।