द फॉलोअप टीम, धनबाद:
धनबाद जिला के निरसा में बिजली व्यवस्था बदहाल है। चिरकुंडा में स्थिति नारकीय है। लोग विद्युत विभाग द्वारा घंटों तक बिजली काटने की घटना को लेकर परेशान हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्थानीय लोग घंटों लाइन में लगकर बिजली का बिल तो जमा करते हैं लेकिन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता। सुबह से शाम तक बिजली की आंख-मिचौली जारी रहती है।
उद्योग धंधे बंद होने की कगार पर
चिरकुंडा इलाके में बदहाल विद्युत व्यवस्था की वजह से कल-कारखाने तथा उद्योग धंधे बंद होने की कगार पर आ गये हैं। इलाके के समाजसेवी संदीप चटर्जी ने कहा कि पिछड़ा राज्य कहा जाने वाला झारखंड और भी पिछड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को विद्युत विभाग के साथ समन्वय स्थापित करके बिजली की कटौती पर लगाम लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में बच्चों की परीक्षायें होने वाली है। बच्चों की पढ़ाई लिखाई में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
जनप्रतिनिधियों ने भी साधी चुप्पी
स्थानीय लोगों का कहना है कि विद्युत आपूर्ति बाधित है लेकिन ना तो सत्ता पक्ष और ना ही विपक्ष के जनप्रतिनिधि कुछ कहते हैं। कहने को तो डिजिटल इंडिया है लेकिन हालात अंधेर नगरी वाला है। समाजसेवी संदीप चटर्जी ने कहा कि राज्य सरकार और डीवीसी के बीच आपसी तालमेल नहीं होने से आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जनता तक तक ढिबरी युग में रहेगी।