द फॉलोअप डेस्क
बिहार के समस्तीपुर में नगर पुलिस ने लोजपा नेत्री गीता कुशवाहा को गिरफ्तार लिया है। गीता पर शहर के थानेस्वर स्थान मंदिर में पूजा करने पहुंची प्रशासनिक पदाधिकारी पुष्पिता झा से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है। पुलिस ने उन्हें पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। वहीं, इस मामले में डिप्टी कलेक्टर के बयान पर FIR दर्ज किया गया है।
हाथापाई तक बढ़ा विवाद
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार रात डिप्टी कलेक्टर पुष्पिता झा अपने परिवार के साथ थानेस्वर स्थान मंदिर में पूजा करने पहुंची थी। इस वक्त वहां प्रवचन चल रहा था, तो वह पुरूषों लाइन की ओर ही बैठ गई। इसी बीच वहां लोजपा नेत्री गीता कुशवाहा भी पहुंची और दोनों में बैठने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि बात हाथापाई तक आ गई। परिजनों ने पुलिस को दी सूचना
जानकारी हो, पुष्पिता नई बैच की IAS अधिकारी हैं, जिनकी कुछ ही दिन पहले जिले में पोस्टिंग हुई है। स कारण ज्यादा लोग उन्हें नहीं पहचानते हैं। लेकिन जैसे ही मौके पर मौजूद लोगों को पता चला कि महिला डिप्टी कलेक्टर हैं, तो मामला शांत करवाया गया। बहरहाल, डिप्टी कलेक्टर के परिजनों ने इस घटना की सूचना नगर थाना को दे दी।
गाली देने का है आरोप
इस मामले की जानकारी देते हुए नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ने बताया कि घटना को लेकर डिप्टी कलेक्टर पुष्पिता झा के लिखित बयान के आधार पर केस दर्ज कराया है। पुष्पिता ने गीता कुशवाहा पर गर्दन पकड़कर गाली देने का आरोप लगाया है।
बातचीत से नहीं सुलझा मामला
जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लोजपा नेत्री गीता कुशवाहा को हिरासत में ले लिया। इसके बाद मामले को शांत कराने के लिए रविवार को पूरे दिन दोनों पक्ष के बीच बातचीत भी हुई। लेकिन मामला नहीं सुलझा। इसके बाद नगर पुलिस ने रविवार देर शाम लोजपा नेत्री का मेडिकल करवाया और उन्हें जेल भेज दिया।
पार्टी से हो चुकी हैं बाहर
मामले की जानकारी मिलने पर लोजपा पारस गुट के नगर अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा ने बताया कि पिछले साल ही गीता कुशवाहा को पार्टी से बाहर कर दिया गया था। वहीं, दूसरी ओर इस मामले को लेकर लोजपा (र) के जिलाध्यक्ष हीरा सिंह ने कहा कि गीता उनकी पार्टी से नहीं हैं।