रांची
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी को झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह चुनाव परिणाम अप्रत्याशित है, लेकिन लोकतंत्र में जनता का निर्णय सर्वोपरि है। हम जनादेश का सम्मान करते हैं। भाजपा इन परिणामों की गहन समीक्षा करेगी। भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ रविंद्र राय ने 23 नवंबर को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम अपने वादों के साथ जनता के बीच गए। जनता ने जो फैसला दिया है, हम उसका स्वागत करते हैं। हेमंत सोरेन जी को बधाई देते हैं, जो इंडी गठबंधन का नेतृत्व करने वाले नेता हैं। उनको जनता का समर्थन मिला है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से उन्हें बहुत-बहुत बधाई। इस उम्मीद के साथ कि जनता से उन्होंने जो वायदे किए हैं, 2019 की तरह भूला नहीं देंगे। इस बार जो वादा किए हैं, उसे पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा को एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाने की जिम्मेदारी सौंपी है। झारखंड के हर विधानसभा क्षेत्र में जनता का जो सहयोग मिला, इसके लिए मैं जनता को नमन करता हूं। उनका आदेश स्वीकार करता हूं। उन्होंने कहा कि इस बात को फिर से दोहराना चाहूंगा कि लोकतंत्र में जो विपक्ष की सशक्त भूमिका मिली है, उसे निभाएंगे। झारखंड के हितों की रक्षा के लिए सकारात्मक सहयोग भी करेंगे। जरूरत पड़ा तो संघर्ष भी करेंगे।
डॉ राय ने कहा कि इसी चुनाव के साथ महाराष्ट्र में भी चुनाव संपन्न हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महायुति के रूप में चुनाव लड़ा था। 288 विधानसभा सीट में 228 की अप्रत्याशित बढ़त के साथ वहां की जनता ने भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन का सहयोग किया है। सरकार बनाने का मौका दिया है। महाराष्ट्र की जनता का अपनी तरफ से अभिनंदन करता हूं। महाराष्ट्र की जीत पर हमें खुशी है।
डॉ राय ने कहा कि झारखंड के जो परिणाम हैं, उसकी हम समीक्षा करेंगे। चिंतन करेंगे। मंथन करेंगे। फिर भी दोहराएंगे कि झारखंड को हमने बनाया है, तो झारखंड के हितों की रक्षा करने के लिए विपक्ष के रूप में भाजपा की जो भूमिका होगी, उसे सशक्त तौर पर निभाएंगे। जनता के साथ कोई खिलवाड़ ना हो, उनके अधिकार का हनन न हो, इस पर हमारी निगाहें रहेगी। हम सचेत रहेंगे।
डॉ राय ने कहा कि इस बात की थोड़ी जरूरत फिक्र है कि जो इंडी गठबंधन के नेता हैं, वे कहीं ईवीएम पर सवाल ना उठाएं, क्योंकि महाराष्ट्र में वे ईवीएम पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं कि ईवीएम के कारण भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी जीती है। संभव है कि यहां भी ईवीएम पर सवाल उठाएं। अगर उठाते हैं तो उसका स्वागत है। चुनाव में लोकतंत्र की जीत हुई है। लोकतंत्र के फैसला का हम स्वागत करते हैं।