द फॉलोअप टीम, जमशेदपुर:
झारखण्ड के पूर्वी सिंहभूम जिला के जमशेदपुर घाघीडीह सेन्ट्रल जेल में दो महिला बंदियों ने जेल के अंदर आत्महत्या करने की कोशिश की है। दोनों महिला बंदियों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहाँ पर फ़िलहाल दोनों का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार एक महिला बंदी ने शीशा पी लिया था। जबकि दूसरी महिला बंदी ने अपना सर दीवार पर पटक- पटककर लहू लुहान कर लिया था।
एक बंदी चटनी डॉन के नाम से है फेमस
जिन दो महिला बंदियों ने जेल में आत्महत्या की कोशिश की है। उसमें से एक नाम श्वेता सिंह और तो दूसरा का नाम प्रिया सिंह उर्फ़ चटनी डॉन है। जानकारी के अनुसार चटनी डॉन ने जहां शीशा पी लिया, वहीं श्वेता दास ने जेल की दीवारों से अपना सिर फोड़कर खुद को लहूलुहान कर लिया। दोनों को इलाज के लिए पहले घाटशिला अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, उसके बाद उन्हें एमजीएम अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन घाटशिला जेल प्रशासन ने श्वेता दास और प्रिया सिंह को एमजीएम अस्पताल लाने के बजाय बीच रास्ते से वापस हो गया।
प्रिया सिंह रंगदारी मामले में टूऊंऊं श्वेता सिंह पति की हत्या के आरोप में जेल में है
बताया जा रहा है कि श्वेता अपने पति की हत्या के मामले में पिछले 5 वर्षों से जेल में बंद है। वहीं प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन की माँ बेबी सिंह ने बताया कि उनकी बेटी रंगदारी के एक मामले में घाघीडीह जेल में बंद थी। करीब 2 माह पहले प्रिया सिंह, श्वेता सिंह और 4 अन्य महिलाओं को घाघीडीह सेंट्रल जेल से यह कहकर घाटशिला शिफ्ट किया गया की डेढ़ माह के बाद उन्हें वापस बुला लिया जाएगा। लेकिन 2 माह बीत जाने के बावजूद उन्हें वापस नहीं लाया गया।