logo

सीएम की पहल: 14 साल पहले खोयी बेटी दिल्‍ली से पहुंची घर चैनपुर 

13315news.jpg

द फॉलोअप टीम, गुमला:

डुमरी प्रखंड स्थित किताम गांव की निवासी जयंती लकड़ा अपने गांव वापस पहुंच गई है।  जयंती करीब डेढ़ दशक पहले चैनपुर से लापता हो गई थी। कुछ समय पहले पता चला कि वह पंजाब में है। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर श्रम विभाग के राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की कोशिशों से उसे पंजाब से दिल्ली होते हुए रांची लाया गया। मंगलवार को उसे परिजनों के साथ गुमला स्थित उसके गांव भेज दिया गया।


खाना बनाने का काम करती थी

जयंती संत अन्ना चैनपुर में खाना बनाने का काम करती थी। लापता हो जाने के बाद वह पंजाब में मिली, जहां उसे काफी भटकना पड़ा था। पंजाब में उसे गुरुनानक वृद्धा आश्रम में शरण मिली। यह मामला 9 सितंबर 2021 को राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के पास पहुंचा।

हेमन्त सोरेन को जब मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने जयंती को वापस लाने का निर्देश दिया। जयंती लकड़ा के परिवार और पंजाब स्थित गुरुनानक वृद्ध आश्रम से लगातार बात कर उसे रांची तक लाने की व्यवस्था की गई