द फॉलोअप टीम, अयोध्या:
आपने खबर पढ़ी होगी कि कुछ दिन पहले भारतीय रेलवे की ओर से रामायाण स्पेशल ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया था। इस ट्रेन के जरिए यात्रियों को भगवान श्रीराम से जुड़े स्थानों की यात्रा करवाई जा रही है। अयोध्या, सीतामढ़ी और चित्रकूट सहित अन्य धार्मिक स्थलों की सैर करवाई जा रही है। ट्रेन में कैटरिंग सर्विस भी है। इस कैटरिंग सर्विस को लेकर विवाद छिड़ गया था। विवाद ट्रेन में कार्यरत कर्मियो की पोशाक को लेकर था।
कर्मियों की भगवा पोशाक पर थी आपत्ति
दरअसल, रामायण स्पेशल ट्रेन में सेवारत कर्मियों की पोशाक भगवा रंग की थी। कर्मी भगवा मास्क, भगवा पगड़ी और भगवा दस्ताना पहनकर खाना परोसते थे। इस पर संत-साधुओं ने आपत्ति जताई थी। उनका मानना था कि भगवा वस्त्र का ऐसा इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है। अब भारतीय रेलवे ने आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए रामायण स्पेशल ट्रेन में सेवारत कर्मचारियों की भगवा पोशाक वापस ली है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी।
इंडियन रेलवे ने बदली कर्मियों की भगवा पोशाक
मामले में इंडियन रेलवे ने एक बयान जारी कर रहा कि कर्मचारियों की पेशेवर पोशाक पूरी तरह बदल दी गई है। जिन्हें भी असुविधा हुई है उसके लिए हम खेद प्रकट करते हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमने काफी कुछ सीखा। संस्कृति के कई संवेदनशील बिंदु होते हैं। हमें अपनी डिजाइनिंग, भोजन, पोशाक सहित कई अन्य चीजों के लिए सचेत रहने की जरूरत है। हमें इस सीख के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। समस्या का समाधान कर दिया गया है।
श्रीराम दर्शन के लिए रामायण स्पेशल ट्रेन
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के बीच श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम से जुड़ी जगहों की सैर करवाने के लिए रामायण स्पेशल ट्रेन चलाई है। ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसमें आराम के तमाम साधन मौजूद हैं। अत्याधुनिक रसोई है जिसमें यात्रियों को उनका मनपसंद खाना परोसा जाता है। पोशाक में सजे-धजे कर्मी यात्रियों को खाना सर्व करते हैं।