द फॉलोअप टीम, डेस्क:
मणिपुर में भी आगामी कुछ महीनों में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। सभी राजनीतिक पार्टियों की चहलकदमी प्रदेश में बढ़ गई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मणिपुर पहुंचे। मणिपुर के सगोलबंद में जेपी नड्डा ने महिला रैली को संबोधित किया। कहा जाता है कि मणिपुर की सियासत में महिलाओं मतदाताओं की भूमिका काफी अहम है।
बीजेपी में सबसे ज्यादा महिला केंद्रीय मंत्री
रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री, पहली शिक्षा मंत्री, पहली महिला विदेश मंत्री और पहली महिला वित्त मंत्री को प्रधानमंत्री मोदी ने नियुक्ति किया। कहा कि 12 केंद्रीय मंत्री महिलाएं हैं। गौरतलब है कि हाल के कुछ दिनों में बीजेपी ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर महिला मतदाताओं को साधने की कोशिशें शुरू कर दी है। पहले से ही कई योजनाएं चल रही हैं जो महिला केंद्रित है। मुद्रा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना और उज्जवला रसोई गैस योजना महिलाओं पर केंद्रित है।
महिला मतदाताओं को साधने की कोशिश
गौरतलब है कि बीते संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्र की एनडीए सरकार ने बाल विवाह निषेध (संसोधन) विधेयक-2021 पारित करवाया। इस कानून के मुताबिक अब महिलाओं की शादी की न्यूनतम उम्र सीमा भी 21 साल हो गई है। पहले लड़कियों के विवाह की न्यूनतम उम्र सीमा 18 साल होती थी। बिल को लोकसभा में पेश करते समय केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि हम शादी के मामले में महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार देने में 75 साल पीछे हैं। ये भी समान होना चाहिए।
कौन-कौन महिलायें बनीं केंद्रीय मंत्री
बात करें जेपी नड्डा के ताजा बयान की तो उनका बयान काफी हद तक सही है। गौरतलब है कि 2014 में जब बीजेपी सत्ता में आई थी तो सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री बनाया गया। निर्मला सीतारमण कुछ समय के लिए रक्षा मंत्री बनीं। स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया। 2019 में बीजेपी ने सत्ता में वापसी की। स्मृति ईरानी को महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया वहीं निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री बनीं। हालिया कैबिनेट फेरबदल में भी काफी महिलाओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।