द फॉलोअप टीम, दुमका:
दुमका में जिला प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया। सड़क के दोनों ओर ठेला और खोमचा लगाने वाले दुकानदारों का सामान जब्त किया गया। एसडीएम महेश्वर महतो सहित बाकी पदाधिकारियों की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। जिला प्रशासन का दावा है कि ये कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि इससे शहर के मुख्य मार्गों का जाम से निजात मिलेगी। स्वच्छता का पालन भी करवाया जा सकेगा। कुछ दुकानदारों ने विरोध भी किया।
मुख्य मार्गों को जाम से मिलेगी निजात
स्थानीय लोगों का कहना है था कि अतिक्रमण हटाओ अभियान से निसंदेह मुख्य मार्ग में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी लेकिन कोरोना लॉकडाउन के बाद जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे छोटे दुकानदारों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा। छोटे व्यवसायियों को बेरोजगारी का दंश झेलना होगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान का प्रभाव छोटे दुकानदारों पर पड़ रहा है। बहुमंजिला इमारतों वाले बच जा रहे हैं। लोगों का कहना था कि अभियान में पक्षपात नहीं होना चाहिए। कार्रवाई समान होनी चाहिए।
दुकानदारों के लिए हो वैकल्पिक व्यवस्था
अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान लोगों की ये भी मांग थी कि प्रशासन को छोटे दुकानदारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी करनी चाहिए। बिना वैकल्पिक व्यवस्था के उनको हटा दिया गया। वे अपना परिवार कैसे चलाएंगे। लॉकडाउन की वजह से पहले से ही आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है जिस पर ऐसी कार्रवाईयों का नकारात्मक प्रभाव होगा। प्रशासन को इस बारे में सोचना चाहिए।
एसडीएम ने कार्रवाई के बारे में क्या कुछ कहा
कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए एसडीएमस महेश्वर महतो ने कहा कि मुख्य मार्गों में अवैध तरीके से लोगों ने दुकानें बना ली हैं। ठेला और खोमचा लगाया जाता है। लोगों ने अवैध तरीके से मकान को आगे बढ़ाकर सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। उपायुक्त का निर्देश था कि इसे अविलंब क्लियर किया जाये। इसी आलोक में ये कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरीके की कार्रवाई होती रहेगी। अतिक्रमण हटाया जाता रहेगा।