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कोरोना संकट में भी स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं मिला 3 महीने से वेतन, पेट पर गमछा बांधकर कर रहे काम

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द फॉलोअप टीम, रांची :
झारखण्ड सहित पूरे देश में कोरोना का संक्रमण चल रहा है। हर कोई इस संकट की घड़ी में स्वास्थ्य कर्मी और अधिकारियों की तरफ देख रहा है। यही वजह है कि झारखण्ड में इन्ही स्वास्थ्य कर्मियों पर हेलीकॉप्टर से फूल भी बरसाए गए थे, इन्हें महसूस कराया गया था कि किस तरह ये सरकार के लिए संकट की इस घड़ी में संकट मोचन का काम कर रहे हैं। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि दिन रात काम करने के बाद भी राज्य के करीब 450 स्वास्थ्य कर्मियों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिल पाया है। हर दिन वह काम कर रहे हैं, लेकिन वेतन का जिक्र होता है तो कोई अधिकारी इसपर कुछ नहीं बोलता। 

क्या मामला है ?  
दरअसल झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति (जेसैक्स) में लगभग तीन महीनों से कर्मियों को वेतन नहीं मिल रहा है. जिस कारण कोरोना काल में इन कर्मियों की माली हालत काफी खराब को गयी है। पूरे राज्य में ART केंद्र, ICTC केंद्र, STI केंद्र, ब्लड बैंक, OST केंद्र समेत मुख्यालय के लगभग 450 कर्मियों को वेतन न मिलने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

आर्थिक तंगी के कारण नौकरी छोड़ रहे हैं कर्मी 
कोरोना जैसे संकट में तीन- तीन महीने तक वेतन नहीं मिलने से आर्थिक तंगी झेल रहे कर्मी अब त्यागपत्र भी दे रहे हैं। झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति में पदस्थापित एक महिला पदाधिकारी ने नौकरी से त्याग पत्र दे दिया है। त्याग पत्र में महिला कर्मी ने मकान का किराया आदि की समस्याओं का उल्लेख किया है। 

क्यों नहीं मिल रहा है वेतन 
दरअसल पूर्व परियोजना निदेशक राजीव रंजन का स्थानांतरण दो महीने पहले हो गया। उनके जाने के बाद से परियोजना निदेशक की कुर्सी खाली है, जिस कारण पूरा काम बाधित है। निदेशक का पद खाली होने की वजह से राज्य के करीब 450 कर्मियों को हर दिन अधिकारियों के पास वेतन की गुहार लगानी पड़ रही है, लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं है। 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले दिनों सबसे ब्लड डोनेट करने की अपील की लेकिन ब्लड बैंक के कर्मियों को भी नहीं मिल रहा वेतन 
पिछले दिनों सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की तरफ से बताया गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स के ब्लड बैंक के लिए ब्लड डोनेट किया और स्वस्थ्य लोगों से ब्लड डोनेट जरूर करने की अपील की। लेकिन सच्चाई है कि झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अंडर काम करने वाले ब्लड बैंक के कर्मियों को भी तीन माह से वेतन नहीं मिला है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कर्मियों ने कहा कि कोरोना और महंगाई की इस संकट में पेट में गमछा बांधकर कार्य कर रहे हैं। 

सभी विभाग में अनुबंध पर करते हैं काम 
झारखण्ड एड्स नियंत्रण समिति में ये सभी कर्मी अनुबंध पर काम करते हैं। ज्यादातर कर्मी 2002 से ही विभाग से जुड़े हैं फिर भी इस संकट की घड़ी में भी वेतन नहीं मिल रहा है। 

कर्मियों और पदाधिकारियों को वेतन नहीं मिलने पर कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं 
झारखण्ड एड्स नियंत्रण समिति के कर्मियों एवं पदाधिकारियों को वेतन नहीं मिलने के सवाल पर कोई भी कुछ बोलने को फ़िलहाल तैयार नहीं है. मंत्रालय से लेकर विभाग तक में इस सवाल पर फ़िलहाल सभी चुप हैं। 

सभी विभाग में अनुबंध पर करते हैं काम 
झारखण्ड एड्स नियंत्रण समिति में ये सभी कर्मी अनुबंध पर काम करते हैं। ज्यादातर कर्मी 2002 से ही विभाग से जुड़े हैं फिर भी इस संकट की घड़ी में भी वेतन नहीं मिल रहा है।