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शिक्षा से होगा समाज और देश का विकास, जहां से मिले ग्रहण करें: मौलाना वली रहमानी

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द फॉलोअप टीम, रांची:
कुरआन के लिए पहला शब्द: जो आया, वो है इक़रा। जिसके मायने ही हैं, पढ़। यही वजह है कि रसूलल्लाह ने तालीम के बिना आगे बढ़ने से मना फरमाया था। आपका कहना है कि तालीम जैसी नेमत जहाँ से मिले, ग्रहण कर लेनी चाहिए। यह इंसान की बुनियादी जरूरत है। शिक्षा से ही समाज और देश की प्रगति हो सकती है। शिक्षा का उद्देश्य ही है, मानव बनाना, अच्छा नागरिक बनाना। उक्त  बातें मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव और इमारत शरीया के अमीर मौलाना वली रहमानी ने सोमवार को रांची में कही।

सभी समाज के लिए होगा इमारत इंटरनेशनल स्कूल
मौलाना वली रहमानी ने इरबा में इमारत इंटरनेशनल स्कूल का शिलान्यास किया।  कहा कि यह स्कूल महज मुसलमान के लिए नहीं होगा बल्कि यहां हर धर्म-जाति समाज के बच्चे तालीम हासिल कर सकेंगे। इमारत शरिया का उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक मानक शिक्षा पहुंचाना है। स्कूल फी भी यहां बहुत ही मुनासिब रखी जाएगी। कार्यक्रम में रांची के पूर्व डिप्टी मेयर अजय नाथ शाहदेव, मुफ़्ती सोहेल अख्तर कासमी नाएब क़ाज़ी इमारत शरिया, डॉक्टर मुफ़्ती सलमान कासमी, मौलाना मुफ़्ती नज़र तौहीद मजाहिरी आदि सैकड़ों प्रमुख लोग शामिल रहे।

एक साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा स्कूल
मौके पर “उर्दू कारवां’’ के अध्यक्ष डॉ मजीद आलम ने बताया कि एक वर्ष के भीतर इमारत इन्टरनेशनल स्कूल बनाकर तैयार हो जाएगा। इमारत शरीया के उपसचिव मौलाना मुफ़्ती सनाउलहोदा कासमी ने कहा कि शिक्षा नबियों का काम है। स्कूल कोर्स में नैतिक शिक्षा को भी शामिल किया गया है। रांची इमारत शरीया के काजी मुफ़्ती मोहम्मद अनवर कासमी ने झारखंड में इमारत के तालीमी मिशन के बारे में बताया। मौलाना मुफ़्ती मोहम्मद सोहराब नदवी ने संचालन किया।