द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज हो चुका है। मानसून सत्र की सत्रावधि 3 से 9 सितंबर तक है। मानसून सत्र के पहले दिन बहरागोड़ा के पूर्व विधायक दिनेश षाड़ंगी ने विधानसभा परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। दिनेश षाड़ंगी ने मांग की है कि वित्तरहित शिक्षा नीति झारखंड के माथे पर कलंक है इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
मान्यता प्राप्त विद्यालयों की तर्ज पर वेतन भुगतान
दिनेश षाड़ंगी ने ये भी मांग की है कि प्रदेश में अल्पसंख्यक विद्यालयों के तर्ज पर सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के वेतन राशि का भुगतान अनुदान के रूप में किया जायेगा। दिनेश षाड़ंगी ने ये भी कहा कि विधायकों और पूर्व विधायकों की गंभीर बीमारी चिकित्सा की प्रतिपूर्ति राशि में कटौती को अविलंब समाप्त किया जाये और पूर्ण राशि का भुगतान किया जाए। इसके अलावा दिनेश षाड़ंगी ने जनहित से जुड़ी कुछ मांगे भी रखीं।
चाकुलिया-बुड़ामारा रेलवे लाइन के लिए भी की मांग
बहरागोड़ा के पूर्व विधायक दिनेश षाड़ंगी ने मांग किया है कि चाकुलिया-बुड़ामारा रेलवे लाइन के लिए राज्य सरकार अनापत्ति प्रमाण पत्र भेजने के साथ ही झारखंड में पड़ने वाले 35 किमी रेलवे लाइन के लिए निशुल्क जमीन ओड़िशा सरकार की तर्ज पर स्वीकृत कर केंद्र सरकार को भेजा जाये। दिनेश ने कहा कि सभी मुद्दे जनहित से जुड़े हैं। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। बीजेपी के बाबूलाल मरांडी और अनंत ओझा ने भी धरने में दिनेश का साथ दिया।