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रांची में टीका खत्म! मंगलवार को आम जनता का नहीं हो सकेगा टीकाकरण, तीसरी लहर की आशंका के बीच बढ़ी चिंता

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब लगभग थमने को है लेकिन खतरा टला नहीं है। अभी तीसरी लहर की आशंका है। इस बीच तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चलाने की जरूरत है लेकिन समस्या वैक्सीन की कमी की है। तीसरे लहर की आशंका के बीच तेजी से वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ने लगी है लेकिन उस मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने से मुश्किल पेश आ रही है। 

रांची में वैक्सीन की कमी से टीकाकरण धीमा
राजधानी रांची में भी लोगों को वैक्सीन की कमी से जूझना पड़ रहा है। बावजूद इसके कि वैक्सीनेशन सेंटर्स की संख्या बढ़ाई गई है। इस बीच रांची से एक और चिंता की खबर सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक शहर में मंगलवार को केवल सात वर्कप्लेस और ग्रामीण इलाकों में केवल 22 सेंटर्स पर ही वैक्सीन मिलेगी। शहर में आम लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पाएगी। स्पष्ट है कि शहर में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी होगी। अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन खत्म हो चुका है। बता दें कि 2 जुलाई को राज्य को कोविशील्ड के 6 लाख डोज मिले थे जिसका अलग-अलग जिलों में वितरण किया गया था। अब टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ने लगी है। इस अनुपात में वैक्सीन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है जिससे ये संकट पैदा हो गया है। 

वैक्सीनेशन केंद्र में भीड़ से संक्रमण का खतरा
इस बीच चिंता की बात ये भी है कि वैक्सीनेशन सेंटर्स में टीका लगवाने वालों की भीड़ बढ़ने लगी है। उस भीड़ को नियंत्रित करने का कोई उपाय है। इसकी वजह से शहर में संक्रमण का खतरा भी बढ़ने लगा है। वैक्सीन लगवाने आए लोगों के बीच धक्का-मुक्की तक की नौबत आ ही है। मोहराबादी मैदान स्थित रेड क्रॉस सोसायटी, राजकीय विद्यालय थड़पखना, बिरसा मुंडा स्टेडियम मोरहाबादी, आएमए भवन सभी में वैक्सीन की कमी हो गयी है जिसकी वजह से टीकाकरण की रफ्तार सुस्त है। 

प्रदेश में टीकाकरण को लेकर सियासी घमासान
टीकाकरण को लेकर सियासी घमासान भी जारी है। झारखंड की हेमंत सरकार बार बार केंद्र पर ये आरोप लगाती है कि राज्य के साथ वैक्सीन की आपूर्ति में सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। रोजाना जहां 3 लाख टीका चाहिए वहां कुछ हजार ही टीका मिल पा रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता तक ये आरोप लगा चुके हैं। वहीं दूसरी ओऱ झारखंड बीजेपी के नेताओं का कहना है कि हेमंत सरकार कोविड प्रबंधन में फेल रही है।