द फॉलोअप टीम, धनबाद:
इस साल को नियुक्ति वर्ष घोषित किया गया है। लेकिन झारखण्ड में हर रोज बेरोजगारों की फ़ौज धरना पर बैठी प्रदर्शन कर रही होती है। शिक्षित बेरोजगारों को उनके हिसाब से नौकरी नहीं मिल रही है। अवर प्रादेशिक नियोजनालय में निबंधित बेरोजगार हर दिन नौकरी के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। डेढ़ साल से रोजगार मेला भी नहीं लगा है। इस वजह से नियोजनालय की ओर से धनबाद में नौकरी नहीं मिल पाई है।
सिर्फ धनबाद में निबंधित है 42 हजार बेरोजगार
सिर्फ धनबाद की बात करें तो धनबाद के अवर प्रादेशिक नियोजनालय में फिलहाल 42 हजार बेरोजगार निबंधित हैं। इसमें आठवीं से लेकर बड़े बड़े डिग्री होल्डर निबंधित हैं। कोरोना काल में करीब 18000 से ज्यादा बेरोजगार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। धनबाद में लगभग ढाई लाख युवा बेरोजगार हैं। लेकिन निबंधित बेरोजगार की संख्या मात्र 42 हजार हैं।
1200 बेरोजगार ने भत्ता के लिए आवेदन
राज्य सरकार ने हर साल बेरोजगारों को 5000 भत्ता देने का निर्णय लिया है। लगभग 1200 प्रशिक्षित बेरोजगारों ने आवेदन किया। लेकिन अभी तक हम बाद में एक भी युवा को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल पाया है। जिला प्रभारी नियोजन पदाधिकारी धनंजय कुमार कहते हैं बेरोजगारी भत्ता को लेकर अभी स्क्रुटनी का काम चल रहा है। काम पूरा होते ही फाइनल लिस्ट निकाला जाएगा। इसके बाद बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा