द फॉलोअप टीम, रांची:
साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। साहिबगंज पुलिस इसे आत्महत्या करार दे चुकी है। मामले में दिवंगत रूपा तिर्की के बैचमेट शिव कुमार कनौजिया को हिरासत में लिया गया। नामजद आरोपियों मनीषा कुमारी, ज्योत्सना महतो और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दिया जा चुका है। इस बीच साहिबगंज पुलिस कई गलत वजहों को लेकर चर्चा में रही है। ताजा मामला भी कुछ ऐसा ही है।
दीपक प्रकाश ने लगाया गंभीर आऱोप
झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने साहिबगंज पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। दीपक प्रकाश ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर लिखा, सूचना मिली है कि रूपा तिर्की के परिजनों को साहेबगंज पुलिस के डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने रातू थाने बुलाकर धमकाया है। इस मामले में साहेबगंज पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदेहास्पद मानी जा रही है। मैं मुख्यमंत्री जी से मांग करता हूँ कि इस डीएसपी को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई कराएं। मामले की जांच होनी चाहिए।
दीपक प्रकाश उठा चुके हैं कई सवाल
दीपक प्रकाश ने जो आरोप लगाए हैं। इसका पता उन्हें कैसे चला इसका ठीक-ठीक पता नहीं है लेकिन साहिबगंज पुलिस की भूमिका पर पहले भी कई नेताओं और समाजसेवी संस्थाओं द्वारा सवाल खड़ा किया जा चुका है। दीपक प्रकाश ने पहले भी कहा था कि साहिबगंज पुलिस ने रूपा तिर्की के परिजनों द्वारा लिखवाई गयी प्राथमिकी को छोड़कर केवल यूडी केस के आधार पर ही मामले की जांच की। आनन-फानन में नामजद आरोपियों को क्लीन चिट दिया। दीपक प्रकाश ने ये भी कहा था कि दंडाधिकारी की उपस्थिति में पोस्टमॉर्टम करवाना भी समझ से परे है।
रूपा तिर्की की संदिग्ध मौत का मामला
गौरतलब है कि बीते 3 मई को साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की अपने फ्लैट में संदिग्ध हालत में मृत पाई गयी थीं। उनका शव फंदे से लटका मिला था। साहिबगंज पुलिस ने शुरुआत में ही इसे आत्महत्या का मामला कह दिया था। हालांकि रूपा तिर्की के परिजनों ने मामले में रूपा तिर्की की सहयोगियों मनीषा कुमारी, ज्योत्सना महतो और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ जिरुवाबाड़ी थाने में केस दर्ज करवाया था। पुलिस इसे आत्महत्या मान चुकी है।