द फॉलोअप टीम, धनबाद:
कोराना हर वर्ग के लिए काल ही बनकर आया है। लॉक डाउन से लाखों लोगों की रोजी-रोटी खत्म हो गई। कारखानों से कामगारों को हटाया गया। कोयलांचल में भी मजदूरों पर इसकी मार पड़ी। अब जब काम से हटाए गए मजदूर बीसीसीएल ब्लॉक चार गोविंदपुर रेल साइडिंग पर धरना दे रहे थे, तो अचानक धरना स्थल गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। जिससे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गयी। वे बचाकर भागने लगे। बताया जाता है कि उनके धरना को खत्म करने के लिए करीब 6 अपराधी पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी। अपराधियों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के कर्मियों के साथ भी मारपीट भी की। मजदूरों का कहना है कि आंदोलन को कमजोर करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया है।
मौके से खोखा बरामद
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मौके से तीन खोखा भी मिला है। दरअसल, कोयले की ट्रांसपोटिंग करने वाली कंपनी मुंडेन का काम तीन दिन पहले ही समाप्त हो चुका है। कंपनी ने मजदूरों को हटा दिया है। मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। नई ट्रांसपोर्टिंग कंपनी में नियोजन की मांग को लेकर दो दिनों से मजदूर धरना दे रहे थे। इसी बीच देर रात अचानक वहां 6 नकाबपोश अपराधी वहां पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी। अपराधियों ने मारपीट भी की और वहां से फरार हो गए।
मजदूरों की आवाज दबा रहे गुंडे: भाजपा
भाजपा नेता गौरचन्द्र बाउरी ने कहा कि मजदूरों की आवाज को कंपनी के गुंडे दहशत फैलाकर दबा रहे हैं। लोकतंत्र में हर किसी को अपने अधिकार के लिए आंदोलन करने की छूट है। गोली चलवाकर इस आंदोलन को दबाया जा रहा है। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालांकि, इस घटना में किसी भी तरह के नुकसान होने की सूचना नहीं है।