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कोयला संकट! : कांग्रेसी नेता डॉ. अजय कुमार ने CM हेमंत को पत्र लिखकर क्यों किया आगाह

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द फॉलोअप टीम, रांची:
देश में कोयला की कमी नहीं है। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में पिछले साल की तुलना में 12 फीसदी अधिक कोयले का उत्पादन किया है। 2021 का प्रोडक्शन 2019-20 की तुलना में 6 फीसदी ज्यादा है। इसके अलावा, इस साल अप्रैल से सितंबर के बीच कोयले का डिस्पैच पिछले साल के इन्हीं महीनों की तुलना में 20 अधिक है। लेकिन इस सबके बावजूद भी देश में कोयले की कमी की बातें सामने आ रही है जो सोच से परे है। बीजेपी की मंशा निजीकरण की ओर है। ये कहना है झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार का।

 


कोल इंडिया लिमिटेड  ने इस साल रिकॉर्ड उत्पादन किया
डॉ. अजय कुमार का दावा है कि कोल इंडिया लिमिटेड  ने इस साल रिकॉर्ड उत्पादन किया है।  देश में कोयला संकट नहीं है। यह संकट केंद्र की बीजेपी सरकार की ओर से बनाया गया है, ताकि कोयले का निजीकरण किया जा सके। कांग्रेस नेता सह पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर निजीकरण की आशंका जाहिर करते हुए झारखंड पर पड़ने वाले प्रभाव की ओर अगाह किया है। डॉ. अजय ने इसको लेकर ट्वीट भी किया है। डॉ. अजय ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार कोयला उद्योग के निजीकरण को लेकर कदम उठा सकती है। इसका झारखंड पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि झारखंड कोयले का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। उन्होंने यह भी कहा कि कोयला उद्योग के निजीकरण की वजह से राज्य में प्रदूषण में वृद्धि, जंगलों की कटाई, गरीब आदिवासियों का शोषण, निजी कंपनियों की ओर से खानों का कुप्रबंधन और कोयले की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाएगी। डॉ. अजय ने सीएम को अनुरोध करते हुए लिखा है कि सरकार कोयला उद्योग के निजीकरण का विरोध करें। हमारे इस कदम से प्राकृतिक संसाधनों को निजी हाथों में जाने से बचाएगा और आदिवासियों के जीवन की रक्षा होगी।

 


हवा में बयान दे रहें है डॉ. अजय कुमार:महेश पोद्दार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने डॉ. अजय कुमार के पत्र को लेकर कहा कि डॉ. अजय हवा में बयान दे रहे हैं। उन्हे पता होना चाहिए कि जो कोयला विदेशों से आता है इस बार उसकी आयात कम हुआ है। इस लिए कोयला का संकट है। सरकार सरकारी कोयला कंपनियों का निजिकरण करने नहीं जा रही, बल्कि हमारी मंसा है कि विदेशी कोयला की जरूरत ही ना पडे, हमारे देश में जो कोयला का भंडार है उसका लाभ देश को मिले और इससे राज्यों को भी बहुत अधिक राजस्व की प्राप्ती होगी। इस लिए डॉ. अजय से आग्रह है कि झूठ ना फैलायें।