द फॉलोअप टीम, दुमका:
दुमका जिला परिवहन कार्यालय में मनमानी की शिकायत मिली है। कहा जा रहा है कि दुमका जिला परिवहन पदाधिकारी दुमका के अलावा गोड्डा जिला के भी अतिरिक्त प्रभार में हैं। कहा जा रहा है कि कार्यभार ज्यादा है और इसका नुकसान रोजमर्रा के कामकाज पर पड़ रहा है। शनिवार को द फॉलोअप संवाददाता जब दुमका परिवहन कार्यालय पहुंचे तो वहां अफरा-तफरी का माहौल दिखा।
बिचौलियों से करवाना पड़ता है काम
लोग वहां कार्यालय की खिड़कियों के बाहर खड़े नजर आये। उनसे पूछा गया तो जवाब मिला कि पार्टी का काम करवाने आए हैं। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि परिवहन कार्यालय बिचौलियों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। जब वहां उपस्थित पदाधिकारियों और कर्मियों से सवाल पूछा गया तो वे बंकले झांकते नजर आये।
सवाल पर कर्मी भागते नजर आये
द फॉलोअप संवाददाता ने वहां मौजूद लोगों से सवाल पूछा कि वे किस-किस प्रयोजन से वहां आये हैं, हैरानी की बात थी कि लोग सवाल से बचते दिखे। कोई नाम बताने में हिचकिचा रहा था तो किसी को गाड़ी नंबर बताने में परेशानी थी। इसमें कई लोग वैसे थे जो किसी और का काम करवाने वहां आये थे। इस बात से स्पष्ट होता है कि जिला परिवहन कार्यालय में बिचौलियों के बगैर किसी का कोई काम नहीं होता। ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है। कार्यालय का वीडियो रिकॉर्ड कर रहे द फॉलोअप संवाददाता की एक व्यक्ति ने तस्वीर भी निकाली। पूछने पर कहा कि आप क्यों वीडियो बना रहे हैं।
लोगों को लगाना पड़ता है कई चक्कर
कई लोग वहां परेशान भी दिखे। पूछने पर बताया कि वे अपने तमाम जरूरी कागजात लेकर गाड़ी ड्राइविंग लाइसेंस या फिर चालान कटवाने के लिए आए हैं लेकिन उनसे कहा जा रहा है कि अधिकारी नहीं है। किसी-किसी को ये भी कहा गया कि अभी काम बंद है। स्थानीय लोगों का कहना था कि दुमका जिला परिवहन कार्यालय में जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेंद कुमार रजक को गोड्डा जिला का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। उनकी गैरमौजूदगी की वजह से वक्त पर लोगों का काम नहीं हो पाता। हफ्तो जिला परिवहन कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है।