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मनुवादियों ने शांति-प्रिय झारखंड को बर्बाद कर दिया! शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सदन में बोले CM

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

बुधवार को झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आखिरी दिन सदन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने झारखंड को खनिज संपदा का राज्य बनाया। 42 प्रतिशत खनिज होने के बावजूद इस राज्य में पिछड़ापन, कुपोषण और बेरोजगारी है। यह समझ से बाहर है। मैं सोचता हूं कि राज्य तो मिल गया लेकिन संघर्ष आज भी है। 

झारखंड में सदियों से शिक्षा का घोर अभाव रहा! 
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्दशा का कारण ये भी है कि यहां पर सदियों से शिक्षा का अभाव रहा। ऐसा लगता है कि भीड़ में हम सबसे पीछे रहे। संवैधानिक व्यवस्था के बाद भी हम पिछड़े हैं। इस वर्ग की सहभागिता किसी वर्ग में नहीं है चाहे वह न्यायपालिका हो विधायिका हो या व्यवसाय हो। राज्य को आगे बढ़ाया जा सकता है। यहां पर लोग जिस मानसिकता के साथ सत्ता में आये वो यहां के लोगों को सूट नहीं किया। कभी डबल इंजन की सरकार तो कभी लंगड़ी सरकार रही। अब ये धुंध छंटता दिख रहा है। 

महामारी के बीच 28 नई योजनाएं धरातल पर उतरीं!
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना काल मे परेशानी आई लेकिन उसके बाद भी हम 28 नई योजनाओं को धरातल पर उतार रहे हैं। इसी का नतीजा है कि राज्य की स्थापना दिवस से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया है। यह चलता रहेगा। आज सरकार के मंत्री, अधिकारी और कर्मचारी लोगों को अधिकार देने का काम कर रहे हैं। मंत्री ट्रैक्टर पर बैठकर जनता के बीच जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत छह-आठ महीने से काम पटरी पर आ रहा है। शहादत देने वाले लोगों की कुर्बानी का नतीजा है कि यह सदन हमें मिला है। मैं उन्हें सलाम करता हूं। 

नये सिरे से चिह्नित होंगे राज्य के आंदोलनकारी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम नए तरीके से आंदोलनकारियों को चिन्हित करेंगे। सीएम ने कहा कि हमने उन्हें पेंशन और सरकार की नौकरियों में 5 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। सीएम ने कहा कि देश मे कई राज्य ऐसे हैं जो अपनी भाषा- संस्कृति से अव्वल हैं। हमने अपनी राज्य की भाषा-संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए ट्राइबल यूनिवर्सिटी खोलने का निर्णय लिया। राज्य की स्थिति यह थी कि वृक्ष का सिर्फ जड़ खोद जा रहा था। भारत सरकार का उपक्रम खनिज तो निकाल रहा है लेकिन राज्य सरकार को नहीं सौंप रहा है। यह ऊपर वाले का सौभाग्य है कि हम लोग जीवित हैं। केंद्र सहयोग के नाम पर कहती है कि हम रॉयल्टी दे रहे है।  हेमंत सोरेन ने कहा कि हकीकत ये है कि राज्य का हक बाकी लोग डकार रहे हैं। 

मनुवादी लोगों ने झारखंड को बर्बाद कर दिया! 
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हीं मनुवादी लोगों ने राज्य को बर्बाद कर दिया। यही लोग हैं जो लूट-खसोट करेंगे और भाग जाएंगे। हम लोगों को तो यहीं रहना है। ऐसे ही लोगों की वजह से झारखंड जैसे शांति प्रिय राज्य में 2014 के बाद से हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई के नाम पर अशांति फैली। राज्य को में शांत वातावरण तैयार करने में हमारी सरकार लगी हुई है। इसी सत्र मव मॉब लिंचिंग का कानून बनाया। 20 वर्षों की समस्या देखे तो लगता है कि यह 200 वर्ष पुरानी समस्या है। राज्य बंटा, अधिकारी कर्मचारी बने लेकिन समस्या नहीं बंटी। सरकार बनी कोरोना आ गया। मानो सर मुड़ाते ओले पड़े वाली बात हो गयी। विधानसभा बंद करना पड़ा। कोरोना की विभीषिका को संभाला ।