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CM हेमंत सोरेन ने क्यों कहा! BJP साथ आए और बताये कि कैसे चलाएं सरकार

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

क्या झारखंड में बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा मिलकर सरकार बना सकती है। बीते कुछ दिनों से झारखंड के सियासी गलियारों में इस बात की खूब चर्चा चल रही है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ताजा बयान ने प्रदेश में राजनीतिक कानाफूसी बढ़ा दी है। दरअसल सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं बीजेपी से आग्रह करता हूं कि वे हमारे साथ आयें और बतायें कि सरकार कैसे चलाई जाती है।  इस बयान से सियासी तूफान खड़ा हो गया है। 

विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत
बता दें कि शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हुई। राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत हुई। इस पर विपक्ष ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में हेमंत सरकार की झूठ का पुलिंदा था। विपक्ष का कहना है कि सरकार ने बीते 14 महीने में गिनाने लायक कोई काम नहीं किया। इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल पूछा गया था जिसके बारे में उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे साथ आये और सिखाये की सरकार कैसे चलाई जाती है। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जो लोग आज विपक्ष में हैं वे हतोत्साहित हैं। इनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया है। 

विपक्ष पर सीएम ने कसा तीखा व्यंग्य
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि सत्ता जाने के बाद इन लोगों को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है कि करें तो क्या करें। उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदया ने वही पढ़ा जिन योजनाओं का लाभ लोग लेना शुरू कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारी नजर राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों पर है। हेमंत सोरेन से पूछा गया कि बीजेपी कह रही है कि राज्य में तबादला उद्योग चल रहा है, इस पर आपका क्या कहना है। इसी के जवाब में सीएम ने कहा कि बीजेपी साथ आ जाये और सिखा दे कि सरकार कैसे चलाई जाती है। इसी बात को लेकर चर्चा तेज हो गयी है कि क्या प्रदेश में कोई नयी सियासी खिचड़ी पकने लगी है। 

रामदास अठावले ने भी दिया था ऑफर
झारखंड में ऐसी चर्चा की कुछ वजह है। बीते दिनों रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के मुखिया और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले झारखंड आये थे। यहां उन्होंने कहा था कि झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं। अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीएम हेमंत सोरेन को इसका अनुसरण करते हुए एनडीए का हिस्सा बन जाना चाहिये। 

रामदास अठावले ने कहा कि यदि हेमंत सोरेन एनडीए का हिस्सा बनते हैं तो झारखंड को केंद्र से अतिरिक्त फंड मिलेगा। इसी वक्त झारखंड में पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से मुलाकात की। इसी वक्त केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चेन्नई में इलाजरत झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो से मुलाकात की थी। इन बातों ने तब भी झारखंड का सियासी पारा बढ़ाया था।