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CM हेमंत सोरेन ने मार्च तक 15 हजार नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन मिली सिर्फ 27 नौकरी

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द फॉलोअप टीम, रांची :
दुमका उपचुनाव के ठीक बाद सरकार के एक साल के कार्यक्रम के बाद 21 दिसंबर 2020 को दुमका पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि कोरोना के बाद अब विकास रफ़्तार तेज होगी। फ़रवरी मार्च तक 10 से 15 हजार युवाओं नौकरी देंगे। मुख्यमंत्री के घोषणा के बाद फ़रवरी और मार्च बीत गया। आज हम फॉलोअप कर यह जानने की कोशिश करेंगे कि हेमंत सोरेन की सरकार इस दौरान कितने युवाओं को नौकरी दे सकी।

दुमका में मुख्यमंत्री क्या कहा था 
झारखण्ड सरकार के एक वर्ष पूरे होने से पहले 21 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका पहुंचे थे। पत्रकारों ने सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सबसे पहले कहा कि मनरेगा मजदूरों की मजदूरी बढ़ाई जाएगी साथ ही कोरोना की वजह से रुकी रफ़्तार को भी तेज किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा था कि फ़रवरी मार्च तक 10 से 15 हजार युवाओं को नौकरी दी जाएगी। 

घोषणा के तीन महीने बाद कितने युवाओं को मिली नौकरी 
दिसंबर 2020 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 10 से 15 हजार नौकरी की घोषणा के बाद फ़रवरी और मार्च दोनों माह बीत गए। अब अप्रैल का महीना शुरू हो गया है। तो सवाल उठता है कि क्या झारखण्ड में 10 से 15 हजार युवाओं को नौकरी मिल सकी। दुमका में घोषणा के कुछ ही दिन बाद 29 दिसंबर को सरकार के वर्ष पूरे होने पर मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने हॉकी की एक खिलाड़ी को नियुक्ति पत्र सौंपा और घोषणा किया कि 40 खिलाड़ियों की नियुक्ति जाएगी। उसके बाद 17 मार्च 2021 को रांची के धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 26 और खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इसके अलावा 13 खिलाड़ियों की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है तकनिकी कारणों से उनकी नियुक्ति रुकी हुई है। यानी सरकारी नियुक्ति की करें तो अब तक सिर्फ 27 नियुक्ति ही हो पाई है। इसके अलावे श्रम विभाग से बाहर कंपनियों से लड़कियों को नौकरी का करार किया गया और फ़िलहाल कुछ लड़कियों को नौकरी दी भी गई। कहा गया कि झारखण्ड की हजारों लड़कियों को उसी कंपनी में रोजगार दिया जायेगा। 

वादा पूरा नहीं होने पर बीजेपी ने उठाये सवाल 
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए लिखा है "5 लाख नौकरियों वाले फ्लॉप वादे के बाद हाल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मार्च तक 15000 नौकरी व स्वरोजगार का वादा किया था।राज्य के कितने युवाओं को नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया गया, कितने स्वरोजगार तैयार हुए? मुख्यमंत्री जी बताने का कष्ट करें। राज्य का युवा जानना चाहता है।"