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सीएम हेमंत को राज्य के पदाधिकारियों पर भरोसा नहीं! कृषि मंत्री बोले- सभी एक जैसे नहीं होते

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
सोमवार को झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। सब कुछ पदाधिकारियों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। मुख्यमंत्री का इशारा इस ओर था कि पदाधिकारी ठीक ढंग से काम नहीं करते। पूरी व्यवस्था उनके भरोसे नहीं छोड़ी जा सकती। सीएम के इस कथन के ठीक 10 मिनट बाद उन्हीं के सरकार के मंत्री ने पदाधिकारियों को लेकर सीएम हेमंत सोरेन से ठीक उलट बात कह दी। इस बात ने तूल पकड़ लिया। 

पदाधिकारी पर सीएम और मंत्री की अलग राय
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि पदाधिकारियों के भरोसे नहीं रहा जा सकता। इसके ठीक 10 मिनट बाद कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने सीएम के सामने ही कहा कि लोग पदाधिकारियों को गाली देते हैं। उन्हें धमकाते हैं लेकिन मैं कभी ऐसा नहीं करता। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि सभी पदाधिकारी एक समान नहीं होते। सदन में सीएम हेमंत सोरेन के कैबिनेट के एक मंत्री का सीएम से ठीक उलट बयान देना काफी हैरान करने वाला था। इस बात को लेकर सदन में कानाफूसी भी देखी गयी। 

पदाधिकारियों को लेकर विवाद राज्य में नया नहीं
यदि आपको याद हो तो सीएम हेमंत सोरेन और पदाधिकारियों को लेकर उठा विवाद नया नहीं है। बीते महीने सीएम उपराजधानी दुमका गये थे। वहां से उपचुनाव जीतकर सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन ने सियासी पारी की शुरुआत की है। दोनों भाई एक रैली में गये थे। वहीं, सीएम के सामने दुमका से विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि यदि जनता बीडीओ सीओ को जूता से नहीं मार सके तो बेकार ही हमारी सरकार है। बसंत सोरेन ने कहा था कि काम नहीं करने पर बीडीओ सीओ को जूता मारना चाहिये।